बांका जिला प्रशासन ने एक बार फिर अपने प्रभावशाली कार्यशैली और प्रशासनिक दक्षता का परिचय देते हुए राज्य स्तरीय रैंकिंग में कई प्रमुख सरकारी योजनाओं के अंतर्गत उल्लेखनीय स्थान प्राप्त किया है। जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार के कुशल नेतृत्व एवं निरंतर अनुश्रवण की बदौलत बांका जिला सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन और सेवा प्रदायगी में लगातार कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
अप्रैल माह 2025 की ताजा राज्य स्तरीय रैंकिंग के अनुसार, बांका जिला ने निम्नलिखित क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है —
🔹 राजस्व संग्रहण में प्रथम स्थान
🔹 बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के तहत शिकायत निपटारे में द्वितीय स्थान
🔹 बिहार लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के तहत लोक सेवा प्रदायगी में द्वितीय स्थान
🔹 ‘हर घर नल का जल’ (शहरी) योजना के अनुरक्षण कार्य में प्रथम स्थान
🔹 मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) में राज्य द्वारा जारी अंतिम रैंकिंग जनवरी माह में
में द्वितीय स्थान
यह रैंकिंग न केवल प्रशासनिक परिश्रम की पहचान है, बल्कि यह दर्शाती है कि बांका जिला नागरिकों को समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं उपलब्ध कराने में अग्रणी है।
प्रभावी नेतृत्व और कर्तव्यनिष्ठ टीम का परिणाम
यह सफलता जिला प्रशासन की सुनियोजित रणनीति, फील्ड स्तर पर सक्रिय निगरानी, प्रत्येक विभाग के समन्वय और कार्य के प्रति गंभीरता का परिणाम है। जिला पदाधिकारी अंशुल कुमार हर योजना की व्यक्तिगत मॉनिटरिंग कर रहे हैं और विभागीय बैठकों में नियमित समीक्षा द्वारा ज़मीनी निष्पादन को गति दे रहे हैं।
जनसेवा में बांका बना प्रेरणा का केंद्र
बांका की यह उपलब्धियाँ राज्य के अन्य जिलों के लिए एक उदाहरण हैं, जो यह साबित करती हैं कि यदि नेतृत्व सशक्त हो और टीम समर्पित, तो किसी भी जिले को सुशासन और जनकल्याण के मानकों पर अग्रणी बनाया जा सकता है।
बांका प्रशासन की यह लगातार सफलता न केवल जिले की प्रतिष्ठा को नई ऊँचाई दे रही है, बल्कि बिहार को सुशासन के पथ पर आगे बढ़ाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।
बांका एक बार फिर साबित कर रहा है — निष्ठा, नेतृत्व और लगन से हर लक्ष्य संभव है। मनोरंजन प्रसाद, ब्यूरो चीफ, बांका।