उत्तराखंड में अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर आक्रोशित लोगों ने ऋषिकेश में दशहरे पर रावण, कुंभकरण और मेघनाद की जगह पुलकित, अंकित और सौरभ का पुतला जलाया. लोगों में इतना आक्रोश था कि पुतला जलाने के बाद प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की. इस दौरान लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अंकिता के हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रही है.
उत्तराखंड में अंकिता हत्याकांड को लेकर लोगों का आक्रोश कम नहीं हो रहा है. लोग अंकिता की हत्या करने वालों को फांसी दिए जाने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. ऋषिकेश में दशहरे पर लोगों ने रावण, कुंभकरण और मेघनाद की जगह अंकिता भंडारी की हत्या के आरोपी पुलकित आर्य, अंकित और सौरभ का पुतला जलाया.
इस दौरान लोगों ने जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करने वाले लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि अंकिता के हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी की सजा नहीं दी गई, तो वे सड़कों पर उतरकर बड़ा प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे. बता दें कि अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर लगातार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.
श्यामपुर फाटक के निकट सैकड़ों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए. लोगों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि अंकिता हत्याकांड में सरकार दोषियों के बचाने की कोशिश कर रही है. लोगों का कहना है कि मामले में जांच कर रही एसआईटी ने दोषियों को सजा दिलाने में कहीं भी कोई कमी छोड़ी, तो लोग सड़कों पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर होंगे. इसकी जिम्मेदारी पुलिस और सरकार की होगी.
18 सितंबर को अंकिता को नहर में दिया था धक्का
उत्तराखंड के वनंतरा रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता 18 सितंबर की रात से गायब थी. आरोप है कि रिजॉर्ट का मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित, ये तीनों मिलकर अंकिता को अपने साथ ले गए थे.
उन तीनों ने मिलकर पावर हाउस के पास शक्ति नहर में अंकिता को धक्का दे दिया. वापस आने के बाद अंकिता के गायब होने की झूठी कहानी रची थी.