पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के विरोध में हाल ही में हिंसक प्रदर्शन हुए। जंगीपुर क्षेत्र में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, वाहनों में आग लगाई और सड़कों को अवरुद्ध किया। इस हिंसा में 110 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया, और इलाके में निषेधाज्ञा लागू करते हुए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हाल ही में हिंसा की घटनाएं हुईं, जिनमें दो लोगों की मौत हो गई और 118 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया।
हिंसा की घटनाएं
- शमसेरगंज क्षेत्र में दो हत्याएं: जाफराबाद में एक घर से पिता-पुत्र के शव बरामद हुए, जिनके शरीर पर चाकू के घाव थे। पुलिस ने इसे हत्या मानते हुए जांच शुरू की है।
- धुलियान में गोलीबारी: धुलियान में एक व्यक्ति को गोली मारी गई, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने इसे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की कार्रवाई माना है।

पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई
- गिरफ्तारी और छापेमारी: अब तक 118 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और छापेमारी जारी है।
- इंटरनेट सेवाएं निलंबित: हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, और धारा 163 लागू की गई है।
- विशेष बलों की तैनाती: स्थिति को नियंत्रित करने के लिए विशेष बलों की तैनाती की गई है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- राज्यपाल की चेतावनी: राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने कहा कि भारत की संसद द्वारा पारित कानून सभी को मान्य हैं, और किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
- विपक्षी नेताओं की आलोचना: भा.ज.पा. नेता शुभेंदु अधिकारी ने इसे “जिहादी ताकतों द्वारा लोकतंत्र और शासन पर हमला” बताया और ममता बनर्जी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए।

इन घटनाओं के मद्देनजर, राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को कानून-व्यवस्था बनाए रखने और समाज में सौहार्दपूर्ण वातावरण सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
