खाकी पर आरोप: पुलिस ने लूट लिए ₹700000 के जेवर ! अतीक की पत्नी शाइस्ता ने चीफ जस्टिस को लिखी……

उमेश पाल हत्याकांड की आरोपी माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता बेगम ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है। आरोप है कि पुलिस उनके घर से सात लाख रुपये के गहने ले गई। साथ ही दो नाबालिग बेटों को भी ले गई थी। शाइस्ता ने चीफ जस्टिस से पूरे मामले की जांच किसी न्यायिक मजिस्ट्रेट से कराने की अपील की है।

माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को चिट्ठी भेजकर बताया कि 26 फरवरी की रात पुलिस उनके घर अवैध रूप से घुसी और घर से डेढ़ लाख नकद और सात लाख के गहने उठा ले गई। घर में अवैध असलहे भी रख दिए। पुलिस उमेश की हत्या के बाद उनके दो नाबालिग बेटों को उठाकर ले गई है।

उनका आज तक कुछ पता नहीं है। उन्हें अदालत में भी पेश नहीं किया। एक मार्च को पुलिस ने अवैध तरीके से उनके किराये के घर को बिना किसी पूर्व सूचना के गिरा दिया। उन्होंने चीफ जस्टिस से पूरे मामले की जांच किसी न्यायिक मजिस्ट्रेट से कराने की अपील की है।

माफिया अतीक की पत्नी शाइस्ता बेगम की अर्जी पर सुनवाई आज
उमेश पाल हत्या कांड के नामजद आरोपी अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता बेगम की ओर से पेश की गई अर्जी पर आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम की कोर्ट में दोपहर दो बजे सुनवाई होगी।

शाइस्ता के अधिवक्ता मनीष खन्ना और विजय मिश्रा के तर्कों को सुनने के बाद कोर्ट ने धूमनगंज थाने से रिपोर्ट तलब कर सुनवाई के लिए दो मार्च की तिथि नियत की है। शाइस्ता के अधिवक्ताओं की ओर से पेश की गई अर्जी में आरोप लगाया गया है कि धूमनगंज थाने की पुलिस शाइस्ता के दो बेटों को शुक्रवार की रात घर से उठाकर ले गई है और अभी तक उनका कोई पता नही चल पाया है। थाने की पुलिस के द्वारा कोई जानकारी प्रदान नही की जा रही है।
उमेश पाल अपहरण के मुकदमे की नहीं हो सकी सुनवाई
उमेश पाल अपहरण के विचाराधीन मुकदमे की सुनवाई बुधवार को भी नहीं हो सकी। जनपद न्यायालय के अधिवक्ताओं के लगातार तीसरे दिन भी न्यायिक कार्य से विरत रहने के कारण मुकदमे की सुनवाई एक दिन के लिए टाल दी गई। अब यह सुनवाई दो मार्च यानी बृहस्पतिवार को होगी। इस मुकदमे में मृतक उमेश पाल वादी और गवाह दोनों थे।

मुकदमे की पैरवी कर लौट रहे उमेश पाल की दिनदहाड़े गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी। मामले की सुनवाई एमपीएमएलए के विशेष न्यायालय में हो रही है। सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता सुशील वैश्य ने बताया कि अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य से विरत रहने के कारण सुनवाई नही हो सकी। अगले दिन यानी दो मार्च की तिथि सुनवाई हेतु नियत की गई है।

कचहरी में तीसरे दिन भी न्यायिक कार्य रहा ठप
उमेश पाल अधिवक्ता की हत्या के विरोध में बुधवार को लगातार तीसरे दिन जिला कचहरी में न्यायिक कार्य नहीं हुआ। बुधवार को भी जिला अधिवक्ता संघ ने प्रस्ताव पारित कर न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। सुबह 11 बजे अधिवक्ता संघ के सभागार में आम सभा आयोजित की गई। उसके बाद अधिवक्ताओं ने पैदल मार्च कर जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया।

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