भारतीयता के सच्चे आदर्श हैं डॉक्टर कलाम

सामाजिक समरसता व गंगा जमुनी तहज़ीब ही सच्ची भारतीयता ।

बखरी बेगूसराय प्रखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, घाघड़ा में पूर्व राष्ट्रपति, भारतरत्न डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नौवीं स्मृति दिवस सह सामुदायिक सहभागिता सप्ताह के प्रारंभ पर उन्हें भाववीनी श्रद्धांजलि दी गई।डॉ कलाम सभागार में उनके आदमकद चित्र पर पुष्पांजलि व द्वीप प्रज्ज्वलित कर उनके महान और प्रेरणात्मक जीवन को याद करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक ब्रजेश कुमार,शिक्षक संजय कुमार व पूजा कुमारी ने कहा कि महामानव डॉ कलाम प्रतिबद्धता लगनशीलता की वह नायाब मिसाल थे। जीवन पर्यन्त शिक्षा के महत्व और उसके प्रसार के लिए अनवरत रूप से काम करते रहे।
वरीय शिक्षक अभिनव कुमार,नीति कुमारी, तौसिफ आलम, सज्जन सदा ने कहा कि भारत को शक्तिशाली बनाने वाले व शिक्षार्थियों के रोल मॉडल डॉ कलाम हमारे आइकॉन है और सदैव बने रहेंगे।शिक्षक अनंत कुमार,वीरेश्वर कुमार,अतहर ईमाम, विक्की कुमार ने कहा कि ए पी.जे अब्दुल कलाम का जीवन सादगी,ज्ञान, संयम व कर्मठता का अद्वितीय संगम था। उन्होंने अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत को सशक्त व शक्तिशाली राष्ट्र बनाने में किया।संचालन करते हुए वसंत कुमार ने कहा कि कलाम साहब का सादगी व आदर्शों से परिपूर्ण जीवन सदैव नया सोचने व राष्ट्रसेवा करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।संगीत शिक्षक चन्द्रकांत चौधरी व शिक्षकगण राधेश्याम कुमार,प्रतिमा कुमारी व वंदना कुमारी ने कलाम को अपने संगीतमय सुमधुर गीतों से स्वरांजलि दी।धन्यवाद ज्ञापन वीरेश कुमार ने किया।अंत में सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने कलाम की पुण्य स्मृति में दो मिनट का मौन रखकर अपनी श्रद्धांजलि निवेदित की।मौके पर शिक्षकगण लवली कुमारी विक्की कुमार,रामाशीष कुमार,सुजाता कुमारी, सुमन साहनी,जयंती कुमारी ,मौला कुमारी, संगीता कुमारी आदि उपस्थित थे।

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