दिल्ली वालों के लिए एक बड़ी खबर है — जल्द ही डीटीसी की बसें फिर से दिल्ली की सीमाएं लांघते हुए दूसरे राज्यों में दौड़ती नजर आएंगी। जी हां, लगभग 20 साल बाद एक बार फिर अंतरराज्यीय रूट्स पर डीटीसी बस सेवा शुरू होने जा रही है।साल 2004 से अब तक डीटीसी की बसें सिर्फ दिल्ली के अंदर ही चल रही थीं। उस वक्त डीजल बसों को हटाकर पूरे बेड़े को सीएनजी में बदल दिया गया था, जिससे दूसरी राज्यों में जाना बंद हो गया था। लेकिन अब, बदलते वक्त के साथ दिल्ली सरकार एक नई पहल करने जा रही है।
अब इलेक्ट्रिक बसों की एंट्री के साथ डीटीसी को फिर से दिल्ली के बाहर भेजने की तैयारी है। दिल्ली सरकार की योजना है कि ये बसें छह राज्यों के 17 शहरों तक जाएंगी — और इसके लिए हरी झंडी भी मिल चुकी है। हाल ही में परिवहन मंत्री पंकज सिंह ने डीटीसी बोर्ड की बैठक में इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी है।इस कदम का मकसद न सिर्फ यात्रियों को आरामदायक सफर देना है, बल्कि दिल्ली परिवहन निगम की कमाई भी बढ़ाना है। यानि जल्द ही लोग दिल्ली से बाहर जाने के लिए भी डीटीसी की भरोसेमंद सेवा का फायदा उठा पाएंगे — वो भी पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक बसों में।

जानिए किन राज्यों के लिए चलेंगी बसें
जिन शहरों के लिए ये बसें चलाई जाएंगी, उनमें उत्तराखंड के ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून जैसे लोकप्रिय धार्मिक और पर्यटन स्थल शामिल हैं। इसके अलावा दो और शहरों को भी इस लिस्ट में जोड़ा गया है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो अयोध्या, लखनऊ और मुरादाबाद के साथ-साथ दो और शहरों को भी इस सेवा से जोड़ा जाएगा।राजस्थान में अलवर, बीकानेर और जयपुर, पंजाब में अमृतसर, पटियाला और चंडीगढ़ — और वहीं हरियाणा के पानीपत और जम्मू-कश्मीर का जम्मू भी इस नेटवर्क का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
दिल्ली के परिवहन मंत्री पंकज सिंह ने इस योजना को हरी झंडी दिखा दी है। खास बात यह है कि सभी रूट्स पर केवल इलेक्ट्रिक बसें ही चलाई जाएंगी, ताकि पर्यावरण को नुकसान न हो और ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा मिले।डीटीसी बोर्ड की हालिया बैठक में इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दी गई थी। अब विभाग ने संबंधित राज्यों से बातचीत शुरू कर दी है और बसों की खरीद व संचालन की तैयारियां ज़ोरों पर हैं।यानी अब दिल्ली से आसपास के राज्यों का सफर न सिर्फ सुलभ होगा, बल्कि इलेक्ट्रिक बसों की वजह से साफ-सुथरा और टिकाऊ भी!