समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अब्दुल्ला आजम खान करीब डेढ़ साल बाद मंगलवार को हरदोई जिला कारागार से रिहा हुए। उनकी रिहाई की खबर सुनकर मुरादाबाद की महिला सपा सांसद रुचि वीरा समेत कई नेता और कार्यकर्ता हरदोई जेल के बाहर पहुंच गए। अब्दुल्ला आजम खान को हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी थी, लेकिन रामपुर में एक अलग मामले में लंबित कानूनी औपचारिकताओं के कारण वह अभी भी जेल में थे।
बता दे की अब्दुल्ला आजम खान के पिता आजम खान सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री हैं, जो विभिन्न मामलों के तहत सीतापुर की जेल में बंद हैं। अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ पिछले कुछ सालों में 45 मामले दर्ज हुए थे, लेकिन सभी में उन्हें जमानत मिल गई थी। जमानत सत्यापन से संबंधित प्रोसेस के कारण उनकी रिहाई में देरी हुई। सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट से रिहाई का आदेश हरदोई जेल भेजा गया, जिससे उनकी रिहाई का रास्ता साफ हुआ।
वही सपा सांसद रुचि वीरा ने न्यायपालिका में अपना विश्वास व्यक्त करते हुए कहा, ‘हमें हमेशा से न्यायपालिका पर भरोसा था और आगे भी रहेगा। आज न्याय हुआ है और हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी न्याय होगा।
रिपोर्ट:- कनक चौहान