उत्तरप्रदेश उन्नाव जिले के बीघापुर में घर में खेल रहे चार भाई-बहनों की स्टैंड पंखा में उतरे करंट की चपेट में आकर मौत हो गई।शाम के समय बच्चे घर में अकेले थे। माता पिता खेत धान की फसल काटने गए थे। देर शाम घर लौटने पर चारों बच्चें पंखे से सटे एक दूसरे पर मृत पड़े मिले।इस दौरान डीएम अपूर्वा दुबे भी मौके पर पहुंचीं हैं।
जानकारी के अनुसार घर पर बेटा मयंक हिमांशी हिमांक और मांशी घर पर अकेली थीं। शाम करीब पांच बजे जब परिजन खेत से लौटे तो बच्चे मृत मिले। वीरेंद्र ने पुलिस को बताया कि घर पहुंचे, तो कमरे का दरवाजा खुला था। सभी बच्चे एक के ऊपर एक पर पड़े थे। उन पर पंखा पड़ा था।
आनन-फानन पंखा हटाकर बच्चों को उठाने लगा तो सभी की मौत हो चुकी थी। एक साथ चार बच्चों की मौत से माता-पिता और परिवार बेहाल हो गए। चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। जांच के बाद पुलिस ने सभी शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं।
एक साथ चार भाई-बहनों की मौत की सूचना पर एसडीएम क्षितिज द्विवेदी और थाना प्रभारी दिलीप प्रजापति मौके पर पहुंचे। परिजनों को ढांढस बंधाया। पुलिस ने जांच की, तो करंट की चपेट में आने की बात सामने आई।
दरअसल, पंखे का प्लग उसके हाथ में फंसा मिला है। इसके बाद उसे बचाने की कोशिश में अन्य भाई-बहन भी करंट की चपेट में आ गए। परिजनों ने बताया कि मच्छर अधिक होने से पंखा चलाते थे। अ पुलिस ने सभी शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं।