आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने आज एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी…
बताते चलें,प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और भारत के प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल ने आज एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि भारत अब अपना अधिकांश सोना अपनी तिजोरियों में रखेगा,100 टन सोने की ‘घरवापसी’ RBI ने ब्रिटेन के सेंट्रल बैंक से अपने खाते में डलवाया सालों से जमा किया हुआ सोना भारतीय रिज़र्व बैंक ने ब्रिटेन के सेंट्रल बैंक से अपने खाते में सालों से जमा किया हुआ सोना डलवाया है. गोल्ड रिजर्व के बढ़ने से देश की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ना तय माना जा रहा है,RBI ने बताया कि भारत के पास विशाल विदेशी मुद्रा भंडार है। आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले कारोबारी साल तक विदेशी मुद्रा भंडार में 822.10 टन सोना था। वहीं, फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में विदेशी मुद्रा भंडार में 794.63 टन से ज्यादा का सोना था।
देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा
आपको बता दें कि साल 1991 में मौजूद सरकार ने वित्तीय संकट को निपटाने के लिए गोल्ड को गिरवी रखा था। उस वक्त आरबीआई ने बैंक ऑफ इंग्लैंड और बैंक ऑफ जापान के पास 46.91 टन सोना गिरवी रखा था ताकि वह 400 मिलियन डॉलर इकट्ठा कर पाए। बैंक से अपने खाते में डलवाया सालों से जमा किया हुआ सोना RBI ने ब्रिटेन के सेंट्रल बैंक से अपने खाते में किए
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा ब्रिटेन से 100 टन से अधिक सोना देश में लाया गया है. यह भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है. देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा. भारत में अब परिस्थितियां बदल रही हैं,एक समय था, जब देश का सोना बाहर रखने की खबरें सुनने को मिलती थी, लेकिन अब भारत अपना सोना वापस ला रहा है, एक निजी अखबार के मुताबिक, RBI अधिकाारियों का कहना है कि लगभग 100 टन सोना और आने वाले दिनों में भारत लाया जाएगा, ऐसा बताया जा रहा है कि भविष्य में वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए RBI देश की तिजोरी में सोने की मात्रा को बढ़ा रहा है,वैसे बता दें कि यह साल 1991 की शुरुआत के बाद से पहली बार है, जब इतनी बड़ी मात्रा में गोल्ड को लोकल लेवल पर रखे गए स्टॉक में शामिल किया गया है.
विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि
आने वाले महीनों में इतनी ही मात्रा में सोना फिर से देश में भेजा जा सकता है, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ताजा आंकड़ों के मुताबिक, मार्च के अंत में RBI के पास 822.1 टन सोना था, जिसमें से 413.8 टन सोना विदेशों में रखा हुआ था. अब इस सोने को धीरे-धीरे भारत लाया जा रहा है. वैश्विक आंकड़ों के मुताबिक, हाल के वर्षों में सोना खरीदने वाले केंद्रीय बैंकों में RBI प्रमुख है, जिसने पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान 27.5 टन सोना अपने भंडार में शामिल किया है,भारतीयों के लिए सोना सदियों से प्रमुख मुद्दा रहा है, जहां हर घर में सोना होता है और उसे बेचना सही नहीं माना जाता है. लेकिन 1991 में भारत की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए चंद्र शेखर सरकार द्वारा कीमती धातु को गिरवी रखा गया था. हालांकि, RBI ने लगभग 15 साल पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 200 टन सोना खरीदा था. यह भारतीय अर्थव्यवस्था के बदलते हालात आत्मविश्वास को दर्शाता है, हर साल सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली है। दुनिया में सोने की मांग में बढ़ोतरी हो रही है। सोने की कीमतों में इजाफा की वजह पश्चिम एशिया में लंबे समय तक चले भू-राजनीतिक संघर्ष भी है, बैंकिंग विभाग की संपत्ति के रूप में रखे गए सोने का मूल्य 31 मार्च, 2023 तक 2,30,733.95 करोड़ रुपये से 19.06 प्रतिशत बढ़कर 31 मार्च, 2024 तक 2,74,714.27 करोड़ रुपये हो गया। रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा