सम्भल हिंसा के बिच अब राजस्थान अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर भी सियासत गरमा गयी है। अब अदालत ने मंदिर बताने वाली याचिका को स्वीकार कर लिया है। अब इसको लेकर चंद्रशेखर आजाद ने तीखा हमला किया है ,
Highlights
- संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप
- देश को नफरत की आग में झोंकने का एक नया षड्यंत्र तैयार
- नफरती ताकतें देश के माहौल में जहर घोलने से बाज क्यों नहीं आ रही
- 1991 के पूजा स्थल कानून की हिफाजत करें
संविधान की धज्जियां उड़ाने का आरोप
चंद्रशेखर आजाद ने तीखा हमला करते हुए BJP को अड़े हाथ लिया। चंद्रशेखर आजाद कहा की ये बेहद ही शर्मनाक बात है की कुछ लोग हिंदुत्व का एजेंडा पूरा करने के लिए कानून को संविधान को ताक पर रखकर कार्य कर रहे है। या ये कहे की कानून और संविधान की धज्जियाँ उड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। और तो और ये धज्जियां उन लोगों की सरपरस्ती में उड़ाई जा रही हैं जो कुछ दिन पहले संविधान को माथे पर लगाकर उसको पूजने का दिखावा कर रहे थे.आगे उन्होंने कहा की आखिर ये नफरती ताकते देश के महौल में शांति सौहार्द को खत्म करने से बाज क्यों नहीं आ रही ? जबकि सिर्फ मुस्लिम समाज नही बल्कि हिन्दू, सिख समाज भी सूफ़ी मोइनुद्दीन चिश्ती ख्वाजा गरीब नवाज जी की दरगाह पर आस्था रखते हैं.
आजाद समाज पार्टी (का) माननीय सर्वोच्च न्यायालय से अनुरोध करती है कि इस तरह के मामलों में दखल देकर न सिर्फ 1991 के पूजा स्थल कानून की हिफाजत करें बल्कि उसे अमल में भी लाने का आदेश पारित करें. ताकि इस संभल जैसी देश को शर्मनाक करने वाली घटनाये दोबारा न धोराइ जा सके।
