कोलकाता के मेडिकल कालेज में जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद नृशंस हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) ने भी शनिवार को देशभर के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में हड़ताल की घोषणा की है, जिसका असर देखने को मिल रहा है.
संजय रॉय करीब महीने भर से वारदात का शिकार बनीं डॉक्टर का पीछा कर रहा था…
इस मामले की गुत्थी सीबीआई के हवाले किए जाने से पहले कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय नाम के मुल्ज़िम को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अब ये सवाल सामने आया है कि संजय रॉय करीब महीने भर से वारदात का शिकार बनीं डॉक्टर का पीछा कर रहा था, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुई रेप और मर्डर मामले में फिलहाल सीबीआई की जांच इन्हीं सवालों के इर्द-गिर्द घूम रही है, हालांकि इस मामले को सीबीआई के हवाले किए जाने से पहले कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय नाम के मुल्ज़िम को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन अब ये सवाल सामने आया है कि संजय रॉय करीब महीने भर से वारदात का शिकार बनीं डॉक्टर का पीछा कर रहा था,अब सीबीआई द्वारा आरजी कर मेडिकल कॉलेज से लेकर आस-पास के इलाके में लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाल रही है.
डॉक्टर की लाश से फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को 151 ग्राम सीमन मिला है..
ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या वाकई संजय रॉय उस डॉक्टर का पीछा करता था या नहीं? इसके अलावा एक सवाल अब भी जस का तस बनी हुई है, कि इस वारदात को संजय ने अकेले अंजाम दिया या फिर उसके साथ कोई और भी व्यक्ति मौजूद था? सीबीआई को इस सवाल का जवाब भी जानना जरूरी है, डॉक्टर की लाश से फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को 151 ग्राम सीमन मिला है, जो इस बात पर इशारा करता है, कि इस वारदात के समय एक से ज्यादा लोग हो सकते हैं, इसके अलावा रेप के दौरान उस ट्रेनी डॉक्टर को जिस तरह जुल्म का शिकार बनाया गया और उसके शरीर को जितना नोचा खसोटा गया, वो भी किसी एक आदमी का काम नहीं लगता, ऐसे में सवाल उठता है कि अगर इस वारदात में कोई और भी शामिल है तो वो कौन है.
कोलकाता हाई कोर्ट के फरमान के बाद सीबीआई ने केस को अपने हाथों में लेकर तफ्तीश शुरू कर दी है…
सीबीआई द्वारा डॉक्टरों से पूछताछ के दौरान गुरुवार को चार डॉक्टरों से कड़ी पूछताछ की गई, इनमें चेस्ट मेडिसीन डिपार्टमेंट के एचओ डॉ. अरुणाभ दत्ता चौधरी, अस्पताल के पूर्व अधिकारी डॉ. संजय वशिष्ठ और फॉरेंसिक मेडिसीन की डॉ. पॉली समद्दार शामिल हैं. जाहिर है सीबीआई इस मामले के हरेक पहलू को खंगाल कर देखना चाहती है,सवाल अस्पताल प्रशासन पर भी है और पुलिस पर भी कहीं चुक तो नहीं हुई है इन बिंदु पर, अब कोलकाता हाई कोर्ट के फरमान के बाद सीबीआई ने केस को अपने हाथों में लेकर तफ्तीश शुरू कर दी है. आरोपी संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने कस्टडी से निकाल कर सीबीआई को सौंप दिया है,यही नहीं, इस मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को इस मामले में कड़ी फटकार भी लगाई है.साथ ही अदालत ने आरजी कर अस्पताल को फिलहाल बंद कर दिए जाने का फरमान भी सुनाया है. हालांकि तोड़फोड़ के सिलसिले में अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने भी तोड़फोड़ को रोकने में विफल रहने के लिए कोलकाता पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है, और सीबीआई को अगले बुधवार तक अपनी जांच पर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश भी दिया है! रिपोर्ट:-अमित कुमार सिन्हा