जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव जल्द करवाने के तैयारी को लेकर। भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) की टीम आज से प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर है,पहले दिन टीम कश्मीर पहुंची। यहां चुनावों की तैयारियों की समीक्षा कर रही है।
चुनाव की टीम जम्मू-कश्मीर में चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने के लिए श्रीनगर पहुंच गया है
बताते चलें, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधू के नेतृत्व में भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) का प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर में चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने के लिए श्रीनगर पहुंच गया है। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, चुनाव आयोग के अधिकारी राजनीतिक दलों के साथ बैठक कर चुनावी प्रक्रिया पर चर्चा कर रहे हैं। राजनीतिक परामर्श के अलावा टीम विभिन्न जिलों के जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों समेत पुलिस और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक करेगी,टीम का प्राथमिक उद्देश्य चुनाव को लेकर जमीनी स्तर पर स्थिति का आकलन करना है ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जा सकें, चुनाव आयोग की टीम ने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के साथ बैठक की।
सुबह 9 बजे श्रीनगर में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मुलाकात करेगी
सूत्रों की माने तो, विधानसभा के गठन का मार्ग प्रशस्त करेगा। चुनाव आयोग का दौरा पहले तीन दिन का था, लेकिन अब यह दो दिन तक ही सीमित रहेगा। इसके बाद जम्मू में प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी, दोपहर जिला आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के साथ चर्चा होगी। शाम सात बजे मुख्य निर्वाचन अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और केंद्रीय अर्धसैनिक बल के नोडल अधिकारियों के साथ बैठक की समीक्षा भी होगी, 9 अगस्त को टीम सुबह तकरीबन 11:30 बजे जम्मू के लिए रवाना होगी। इससे पहले सुबह 9 बजे श्रीनगर में मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से मुलाकात करेगी। टीम जम्मू में दोपहर करीब एक बजे प्रवर्तन एजेंसियों के साथ बैठक के बाद 2:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।
स्थानीय राजनीतिक दल आयोग के इस दौरे को लेकर उत्साहित हैं
फिर चुनाव की टीम संभवत: शाम 4:30 बजे टीम दिल्ली के लिए रवाना होगी। टीम के इस दौरे को जम्मू-कश्मीर में आगामी चुनावों की समय सीमा और तौर-तरीके निर्धारित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, स्थानीय राजनीतिक दल आयोग के इस दौरे को लेकर उत्साहित हैं। सभी ने अपनी-अपनी बैठकें कर मुलाकात में अपना पक्ष रखने पर चर्चा की और उम्मीद जताई कि यह दौरा जम्मू कश्मीर में विधानसभा के गठन का मार्ग प्रशस्त करेगा।
चुनाव का अंतिम फैसला तो चुनाव आयोग को ही लेना है। वह यहां के सुरक्षा परिदृश्य व अन्य बिंदुओं को ध्यान में रखकर निर्णय लेगा।
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा