महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए अहमदाबाद के कई इलाकों में आपातकालीन कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। विशेष पुलिस आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने कहा कि उन्होंने 205 इलाकों में कॉल बॉक्स लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ‘निर्भया सेफ सिटी’ परियोजना के तहत एक पहल के रूप में कॉल बॉक्स लगाए गए हैं।
शहर के 205 क्षेत्रों में आपातकालीन कॉल बॉक्स लगाए गए हैं.
अहमदाबाद में बच्चों महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा में सुधार के लिए गुजरात सरकार ने नया कदम उठाया है। शहर के 205 क्षेत्रों में आपातकालीन कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। यह निर्भया सेफ सिटी परियोजना के तहत एक पहल है। लोग इमरजेंसी में कॉल बॉक्स में लगे बटन को दबा सकते हैं इसके बाद तुरंत पुलिस उनकी मदद के लिए पहुंच जाएगी, निर्भया सेफ सिटी’ परियोजना के तहत यह एक गुजरात सरकार कि नई पहल है. इमरजेंसी के वक्त तुंरत सहायता पहुंचाना है उद्देश्य, एएनआई, गुजरात। गुजरात में महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक नई पहल की गई है। बता दें कि गुजरात में अहमदाबाद के कई इलाकों में आपातकालीन कॉल बॉक्स स्थापित किए गए। अहमदाबाद के विशेष पुलिस आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने इसको लेकर जानकारी दी हैं।
निर्भया सेफ सिटी’ परियोजना के तहत एक पहल है, यह टू वे कम्यूनिकेशन प्रोसेस है…
सेफ सिटी परियोजना Safe City Project का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, संरक्षित और सशक्त वातावरण बनाना है ताकि वे लिंग आधारित हिंसा और/या उत्पीड़न के खतरे के बिना सभी अवसरों का लाभ उठा सकें, इस योजना का मुख्य उद्देश्य इमरजेंसी के वक्त तुंरत सहायता पहुंचाना है। पुलिस आयुक्त ने आगे बताया, वे इसे प्रेस कर सकते हैं, जिससे पुलिस कंट्रोल रूम के पास तुरंत वीडियो कॉल पहुंच जाएगी और इससे पुलिस मदद के लिए मौके पर पहुंच सकती है। यह ‘निर्भया सेफ सिटी’ परियोजना के तहत एक पहल है, यह टू वे कम्यूनिकेशन प्रोसेस है। केंद्र और राज्य सरकारों ने इसे फंडिंग दी है, पुलिस आयुक्त ने ये भी बताया, उन्हें प्रतिदिन 50 कॉलें आती हैं। गुजरात सरकार इससे पहले भी बच्चों की शिक्षा के लिए नए कदम उठा चुकी हैं, निर्भया फंड के तहत अधिकार प्राप्त समिति ने 8 चयनित शहरों (दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद और लखनऊ) में सुरक्षित शहर परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
रिपोर्ट:- अमित कुमार सिन्हा