मन की बात का 107 वाँ संस्करण सुना बूथ 41 पर- अल्पसंख्यक मोर्चा उत्तराखंड

दीपक गुप्ता देहरादून।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात का आज 107वां एपिसोड प्रसारित हुआ।

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अंकुर जैन ने राजपुर रोड विधानसभा वार्ड 22 तिलक रोड बूथ क्रमांक 41 आनंद चौक पर कार्यकर्ताओं संग सुना जिसका आकाशवाणी पर सीधा प्रसारण हुआ।

पीएम मोदी ने जल संरक्षण और अमृत सरोवर की बात की। भारत में 65 हजार अमृत सरोवर बनाए गए हैं। गुजरात के अमरेली में जल उत्सव मनाया जाता है, जिससे जल संरक्षण को लेकर जागरुकता आई है।

पीएम ने कहा सूरत में युवाओं की एक टीम ने प्रोजेक्ट सूरत की शुरुआत की है जिसका लक्ष्य सूरत को सफाई और सस्टेनेबल विकास की मिसाल बनाना है। इसके तहत युवा सार्वजनिक जगहों की सफाई करते हैं और आज इन लोगों की संख्या 50 हजार से ज्यादा हो गई है।

डिजिटल पेमेंट को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि अब लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं, ये भी बहुत उत्साह बढ़ाने वाला है। आप तय करिए कि एक महीने तक आप यूपीआई से या किसी डिजिटल माध्यम से पेमेंट करेंगे या कैश पेमेंट नहीं करेंगे। भारत में डिजिटल क्रांति की सफलता ने इसे बिल्कुल संभव बना दिया है।

पीएम मोदी ने बताया कि 2022 में भारतीयों द्वारा पेटेंट आवेदन में 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों कुछ परिवारों में विदेशों में जाकर शादी करने का नया वातावरण बन रहा है, ये जरूरी है क्या? भारत की मिट्टी में भारत के लोगों के बीच अगर हम शादी ब्याह करेंगे तो देश का पैसा, देश में रहेगा।

मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि मैंने वोकल फॉर लोकल की अपील की थी और बीते कुछ दिनों में त्योहारों पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है। वोकल फॉर लोकल अभियान समृद्ध भारत के द्वार खोल रहा है। इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है।

संविधान सभा में 15 महिलाएं थी। इन्हीं में से एक हंसा मेहता ने महिलाओं के अधिकार और न्याय की आवाज बुलंद की थी। उस समय भारत उन कुछ देशों में से था, जिन्होंने महिलाओं को संविधान से वोटिंग का अधिकार दिया। संविधान निर्माताओं की उसी दूरदृष्टि का पालन करते हुए भारत की संसद ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पास किया है।

अंबेडकर को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने भारतीय संविधान को अंगीकार किया था। जब साल 2015 में हम बाबा साहेब आंबेडकर की 125वीं जयंती मना रहे थे, उसी समय 26 नवंबर को संविधान दिवस के तौर पर मनाने का विचार आया था।

उसके बाद से हर साल हम इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं। मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि ‘आज 26 नवंबर है और इस दिन को हम कभी नहीं भूल सकते। आज ही के दिन देश पर सबसे जघन्य आतंकी हमला हुआ था।

आतंकियों ने मुंबई और पूरे देश को थर्रा कर रख दिया था। लेकिन ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे और अब पूरे हौंसले से आतंक को कुचल रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं।’

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