Newsclick मामले में अमेरिका बोला, पत्रकारों की गिरफ्तारी से चिंतित लेकिन अभी कुछ भी नहीं…..

न्यूज क्लिक वेब पोर्टल पर चीन से फंडिंग मिलने के आरोप में मंगलवार सुबह कई पत्रकारों के कई ठिकानों की दिल्ली पुलिस ने तलाशी ली । इसके अलावा न्यूजक्लिक वेब पोर्टल (NewsClick Web Portal) के कार्यालय पर छापेमारी को अंजाम दिया गया। दिल्ली नोएडा गाजियाबाद गुरुग्राम और मुंबई में 100 से अधिक जगहों पर छापेमारी की गई।

न्यूज वेब पोर्टल पर छापेमारी को लेकर यूएस ने क्या कहा?
चीन द्वारा भारतीय न्यूज वेब पोर्टल को फंडिंग दिए जाने पर सवाल पूछा गया तो अमेरिकी विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा,” हम उन चिंताओं से अवगत हैं और हमने न्यूज पोर्टल के चीन से संबंधों के बारे में रिपोर्टिंग देखी है, लेकिन हम उन दावों की सत्यता पर अभी कोई टिप्पणी नहीं कर सकते।

उन्होंने आगे कहा,”अमेरिकी सरकार जीवंत और स्वतंत्र लोकतंत्र में मीडिया और सोशल मीडिया की मजबूत भूमिका का समर्थन करती है। हम अपने राजनयिक जुड़ावों के माध्यम से भारत सरकार और दुनियाभर के देशों के साथ इन मामलों की चिंता उठाते रहते हैं। लेकिन मेरे पास इस विशेष मुद्दे या परिस्थिति से जुड़ी अतिरिक्त जानकारी नहीं है जो इस पोर्टल से संबंधित हो भी सकती है और नहीं भी।”

इससे पहले 10 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि न्यूजक्लिक एक वैश्विक नेटवर्क का हिस्सा था जिसे अमेरिकी अरबपति नेविल रॉय सिंघम से फंडिंग मिलती थी। सिंघम को दूर-वामपंथी उद्देश्यों के समाजवादी हितैषी के रूप में जाना जाता है।

पत्रकारों के मोबाइल और लैपटॉप की हुई जांच
बता दें कि न्यूजक्लिक वेब पोर्टल के पत्रकारों के खिलाफ की गई कार्रवाई में स्पेशल सेल के करीब 500 से अधिक कर्मी शामिल रहे। कई वरिष्ठ पत्रकारों को हिरासत में लेकर उन्हें पूछताछ के लिए स्पेशल सेल के लोधी कालोनी स्थित कार्यालय में ले जाया गया। वहां उनसे घंटों पूछताछ की गई और उनके लैपटॉप और मोबाइल की जांच की गई। इनके ठिकानों से कई लैपटाप, कंप्यूटर, मोबाइल, हार्ड डिस्क व अन्य इलेक्ट्रानिक गैजेट भी जब्त किए गए हैं।

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