शाहजहांपुर में लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण के लिए तिलहर क्षेत्र में स्थित कछियानी खेड़ा हनुमान मंदिर को हाईवे से पीछे खिसकाया जा रहा है। 150 साल पुराने हनुमान मंदिर को शिफ्ट करने की प्रक्रिया करीब तीन महीने से चल रही है। अब तक प्राचीन हनुमान मंदिर को जैक की मदद से करीब 17 फीट पीछे सफलतापूर्वक खिसकाया जा चुका है। हरियाणा की जय दुर्गा हाउस लिफ्टिंग एंड शिफ्टिंग कंपनी के कर्मचारी जैक की मदद से इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं। वहीं हनुमान मंदिर हाईवे से शिफ्ट होकर मुस्लिम शख्स की जमीन पर स्थापित किया जाना है। मंदिर के लिए बाबू खां ने एक बीघा जमीन दान की है। बाबू खां कछियानी खेड़ा के रहने वाले हैं। वे बड़े किसान हैं। उन्होंने मंदिर के लिए अपनी जमीन देकर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश की है।
नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण के लिए कछियानी खेड़ा के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर को हटाने के लिए जब आदेश दिए गए, तब स्थानीय लोगों ने इसका काफी विरोध किया। हिंदू संगठनों ने भी विरोध किया था। विरोध को देखते हुए एनएचएआई और प्रशासन ने मंदिर को मशीन के जरिए शिफ्ट किए जाने का फैसला किया था।
तिलहर की एसडीएम राशि कृष्णा ने बताया कि 150 साल पुराने हनुमान मंदिर को जैक के सहारे नेशनल हाईवे से शिफ्ट किया जा रहा है। तीन माह से मंदिर को शिफ्ट करने का काम चल रहा है। मंदिर के शिफ्टिंग का कार्य सफलतापूर्वक किया जा रहा है।
मंदिर के गर्भगृह में स्थापित हनुमान मूर्ति को मंदिर परिसर में ही दूसरे स्थान पर पहले स्थापित किया जा चुका है। शिफ्टिंग के दौरान गुंबद के क्षतिग्रस्त होने से मूर्ति को भी क्षति पहुंचने की आशंका थी। इस वजह से मूर्ति को बाहर निकालकर मंदिर परिसर में पीपल के वृक्ष के पास स्थापित कर दिया गया है।
कछियानीखेड़ा के हनुमान जी के मंदिर के लिए बाबू अली ने अपनी एक बीघा जमीन दान दे दी है। बाबू खां ने दान की गई जमीन का बैनामा श्री हनुमान मंदिर दुखहरण श्री हनुमंत लाल जी महाराज कछियानी खेड़ा के नाम किया, जिसमें क्रेता के रूप में एसडीएम राशि कृष्णा ने हस्ताक्षर किए।