यह अवार्ड प्रोग्राम डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर 15 अक्तूबर 2021 को शुरू किए गए अवार्ड कार्यक्रम के माध्यम से स्टूडेंट को भविष्य में वैज्ञानिक बनने व इनोवेशन की दिशा में प्रेरित करने के लिए भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचितभारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) व मिसाइल मैन के रूप में विख्यात डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती पर प्रदान किया जाता है। यह अवार्ड कार्यक्रम पूरी तरह से साइंस इनोवेशन आधारित है, जिसका उद्घाटन 15 अक्तूबर 2021 को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के जन्मदिन पर किया गया।
यह अवार्ड समारोह इसरो के Dr. Bharatbhai Chaniara पूर्व वरिष्ठ Space Scientist ,Government of India , Professor Dr. T.P Sarma (DESM , NCERT) , Dr. Vishal Joshi (Senior Scientist ,PRL, Government of India )और डॉ प्रभाकर शर्मा वरिष्ठ वैज्ञानिक इसरो जिनके पास भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और डॉ विक्रम ए साराभाई के साथ भी काम करने का अनुभव प्राप्त है , की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
इस डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंडिया इंटरनेशनल स्टूडेंट साइंटिस्ट इनोवेशन अवार्ड 2022 के आयोजक DASA इंडिया हैं, जिसका मुख्यालय त्रिपुरा से संबंधित है l और नेशनल काउंसिल ऑफ स्टूडेंट साइंटिस्ट इंडिया की प्रेरणा से -जिसमे एक विपनेट हैं, जिसका संबद्ध क्लब विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार से है।
यह अवार्ड पुरस्कार पूरी तरह से डॉ एपीजे अब्दुल कलाम से प्रेरित था । इस प्रतिष्ठित अवार्ड पुरस्कार का आयोजन त्रिपुरा राज्य के अंजन बानिक द्वारा किया गया है, जो की आयोजन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फ्रंटलाइनर साइंस कम्यूनिकेटर हैं, जो त्रिपुरा राज्य से संबंधित हैं। इस अवार्ड प्रोग्राम में 150 से ज्यादा देशभर के छात्रों ने भाग लिया और चार चरणों के बाद देशभर में से फाइनल 6 छात्रों को इस अवार्ड के लिए चुना गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजन बानिक जी ने कार्यक्रम की मेजबानी भी की और भारत के विभिन्न स्थानों के सभी 6 स्टूडेंट साइंटिस्ट विजेताओं को बधाई दी।
अवार्ड पुरस्कार विजेता मनीष कुमार त्रिपाठी पुत्र शैलेन्द्र कुमार त्रिपाठी ,सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश से हैं। और वर्तमान में मनीष कुमार त्रिपाठी ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश में स्कूल फॉर एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग (SAME) कॉलेज में एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियरिंग का कोर्स कर रहे हैं।
उन्होंने basic aerodynamics se related : How Far Aeroplane will be Fly?Determined By Building & Testing Paper Planes with Different Drag. प्रोजेक्ट का इनोवेशन किया। उनका ये इनोवेशन एयरक्राफ्ट इंजीनियरिंग से जुड़े स्टूडेंट्स व एविएशन से जुड़े लोगो के लिए काफ़ी मददगार साबित होगा। अपने अनुभव को साझा करते हुए मनीष ने बताया इस कार्यक्रम में भाग लेने से उन्हे बेहद खुशी हुई और बहुत कुछ सीखने व जानने को मिला। और उनकी इस उपलब्धि से उनके माता-पिता और परिवार के लोग बेहद खुश हैं।