इतिहास को दोहराया नहीं जा सकता !अब हिंदू मुस्लिम एकता की जरूरत ! मंदिरों को लेकर बार-बार विवाद ना बढ़ाया जाए….

ज्ञानवापी मामले के बीच सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने कहा कि आक्रांताओं के हमले में हजारों मंदिर तोड़ दिए गए। तब हम उनकी रक्षा नहीं कर पाए तो आज उनपर बात करना बेकार है क्योंकि इतिहास दोहराया नहीं जा सकता।

इन दिनों ज्ञानवापी के अलावा भी कई जगहों पर मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाए जाने का दावा किया जा रहा है। दिल्ली के कुतुब मीनार और हैदराबाद की मस्जिद में भी हिंदू देवी-देवताओं के निशान होने की बात कही जा रही है। इसी बीच आध्यात्मिक गुरु जग्गी वासुदेव ने कहा है कि अब उन हजारों मंदिरों के बारे में बात करने का कोई फायदा नहीं है जो आक्रांताओं के हमले में ढहा दिए गए थे।

मीडिया के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, हमले के दौरान हजारों मंदिरों को ध्वस्त कर दिया गया। तब हम उन्हें बचा नहीं पाए। अब उनके बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि इतिहास दोबारा नहीं लिखा जा सकता।

उन्होंने कहा, दोनों समुदायों (हिंदू, मुस्लिम) को साथ में बैठना चाहिए और समझौता करना चाहिए कि जो दो तीन प्रमुख जगहें हैं उनपर कोई फैसला हो जाए। हर एक जगह के बारे में बार-बार बात करना और फिर विवाद पैदा करने, दोनों समुदायों के बीच दुश्मनी बनाकर रखना ठीक नहीं है। कुछ मिलेगा तो कुछ खोना पड़ेगा और देश को आगे बढ़ाने का यही सही तरीका है। हमें ये सारी बातें हिंदू-मुस्लिम में बांटकर नहीं देखनी चाहिए।

सद्गुरु से जब ज्ञानवापी के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने बचते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ऐसा कोई विवाद नहीं है जिसका हल नहीं निकल सकता है। लोगों के मन में अगर किसी बात का दुख है तो बैठकर बात करें। जो लोग सक्रिय राजनीति में हैं उन्हें इससे दूर रखना चाहिए क्योंकि इससे किसी को राजनीतिक लाभ नहीं हासिल होना चाहिए।

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