यूनिवर्सिटी छात्र को चौकी के अंदर बेल्ट और डंडों से बुरी तरह पीटा ! छात्रों के धरने के बाद दो दरोगा निलंबित जानें पूरा मामला…

इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) तृतीय वर्ष के छात्र सर्वेश यादव को एक अपराधी के साथ देखकर कर्नलगंज पुलिस ने शनिवार को उठा लिया। इविवि चौकी के अंदर छात्र को डंडे और बेल्ट से जमकर पीटा। इससे उसके शरीर पर निशान बन गए। जब इस घटना की जानकारी इविवि के छात्रों को हुई तो उन्होंने कर्नलगंज थाने का घेराव कर हंगामा किया। इसके बाद पीड़ित छात्र को लेकर एसएसपी आवास पहुंच गए।

एसएसपी ने आरोपी दोनों दरोगाओं को निलंबित कर दिया। प्रतापगढ़ निवासी सर्वेश यादव किराए पर रहता है। उसने मीडिया को बताया कि शनिवार दोपहर में वह इविवि की लाइब्रेरी में पढ़ाई करने गया था। साढ़े तीन बजे लाइब्रेरी से निकलकर जा रहा था। इस दौरान इविवि के चौकी प्रभारी हर्षवीर सिंह, दरोगा शोहराब सिपाहियों के साथ पहुंचे। उस वक्त वहां मौजूद श्रवण नाम का युवक पुलिस को देखकर भाग निकला।

पुलिस ने शक के आधार पर सर्वेश को पकड़ लिया और पूछताछ के लिए उसे पुलिस चौकी ले गए। आरोप है कि वहां पर दरवाजा बंद करके उसको बहुत पीटा गया। करीब आधे घंटे तक मारा जिससे उसकी पीठ और हिप पर काले और लाल निशान पड़ गए। अंगूठे में चोट आई। शाम को इविवि के छात्रों को जानकारी हुई तो उन्होंने सर्वेश को अस्पताल पहुंचाया। दर्जनों छात्र कर्नलगंज थाने पहुंचे और दरोगा हर्षवीर और शोहराब को निलंबित करने की मांग करने लगे

उन्होंने पुलिस पर अपहरण करने का आरोप लगाया और तहरीर भी दे दी। थाने के घेराव की सूचना मिलते ही सीओ कर्नलगंज अजीत सिंह चौहान पहुंच गए। उन्होंने छात्रों की बात सुनी और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद भी छात्र नहीं माने और एसएसपी आवास पहुंच गए। आवास के बाहर नारेबाजी की। थोड़ी देर में पीड़ित छात्र सर्वेश को भी वहां पर बुला लिया गया। पुलिस अफसरों ने उनकी बात सुनी जिसके बाद मामला शांत हुआ। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि एसपी सिटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर दरोगा हर्षवीर और शोहराब आलम को निलंबित कर दिया गया है।

शोहराब पर पहले भी लगा है आरोप

बताया जा रहा है कि दरोगा शोहराब पर पहले भी आरोप लग चुका है। कुछ दिनों पहले प्रयाग स्टेशन पर हुए बवाल में भी दरोगा शोहराब का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह डंडे से छात्रों को पीट रहा है। लेकिन उस वक्त वह पुलिस अधिकारियों की जांच में बच गया था। चौकी इंचार्ज समेत अन्य पर पिटाई के मामले में कार्रवाई हुई थी।

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