सीएम योगी ने फ्री राशन पर दिया नया आदेश, जाने मुफ्त गेहूं और चावल पर क्या बोले….

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि यूपी में बंटने वाले फ्री राशन में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए. एक भी पात्र मुफ्त मिलने वाले अनाज से वंचित नहीं रहना चाहिए. मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि इसमें कोई गलती स्वीकार नहीं की जाएगी.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में मिलने वाले फ्री राशन योजना काे ठीक तरीके से चलाया जाए. इसमें कहीं भी किसी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए.  मुफ्त में होने वाले खाद्यान्न वितरण का कार्य सुचारु रखा जाए. एक भी पात्र फ्री राशन से वंचित न रहे, इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों की है.  

मुख्यमंत्री ने लखनऊ में टीम 9 के साथ बैठक में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 24 करोड़ से अधिक डोज लगाई जा चुकी है, साथ ही 9 करोड़ 72 लाख से अधिक सैम्पल की जांच भी हो चुकी है. यह देश के किसी एक राज्य में हुआ सर्वाधिक टेस्टिंग-टीकाकरण है.  हमारे स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्करों, निगरानी समितियों, स्थानीय प्रशासन और जिन्होंने उत्साह के  साथ टीकाकवर लिया, सभी का अभिनन्दन. अब कोरोना की हार तय है. 

टीईटी पर भी दिए आदेश: 

मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 जनवरी को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के व्यवस्थित आयोजन के लिए सभी तैयारियों की परख कर ली जाए. यदि कोई कोविड पॉजिटिव अभ्यर्थी परीक्षा देने का इच्छुक है तो उसके लिए अलग से व्यवस्था दी जाए. हर केंद्र पर एक कोविड केयर सेंटर स्थापित रहे.  शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को देखते हुए सुरक्षा सभी आवश्यक बंदोबस्त किए जाएं. पर्चा लीक जैसी घटना कतई स्वीकार्य नहीं होगी.  किसी अव्यवस्था अथवा अप्रिय घटना के लिए संबंधित जिलाधिकारी, बीएसए, परीक्षा केंद्र प्रभारी, सभी की जिम्मेदारी तय होगी। संदिग्ध/अराजक तत्वों पर नजर रखी जाए. 

जिलों में की जाए बातचीत: 

उन्होंने कहा कि  प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 96% से अधिक लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है. 62% से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं. विगत दिवस तक 15-17 आयु वर्ग के लगभग 48℅ किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 45% से अधिक पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है. अब हम औसतन 25 लाख लोगों को हर दिन टीकाकवर दे रहे हैं, इस क्षमता को बढ़ाकर 30 लाख दैनिक किया जाए.  टीकाकरण में धीमी गति वाले जिलों से संवाद बनाएं। यहां विशेष प्रयास किए जाने की जरूरत है. 

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