सीएम बोम्मई ने कहा, ‘इस दुनिया में कुछ भी शाश्वत नहीं है। यह जीवन भी हमेशा नहीं रहने वाला। हम नहीं जानते कि हम कब तक ऐसी स्थिति में यहां रह पाएंगे। ये पद व प्रतिष्ठा भी हमेशा के लिए नहीं है। मैं इस तथ्य का हमेशा खयाल रखता हूं।’
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने रविवार को अपने चुनाव क्षेत्र के मतदाताओं को भावुक संदेश दिया। उन्होंने राज्य के हावेरी जिले में स्थित अपने शिगगांव विधानसभा क्षेत्र में वोटरों को संबोधित करते हुए कहा कि इस दुनिया में पद व प्रतिष्ठा समेत कुछ भी स्थाई नहीं है। उनके इस बयान से अटकलें लगने लगी हैं कि वह पद छोड़ सकते हैं।
सीएम बोम्मई ने कहा, ‘इस दुनिया में कुछ भी शाश्वत नहीं है। यह जीवन भी हमेशा नहीं रहने वाला। हम नहीं जानते कि हम कब तक ऐसी स्थिति में यहां रह पाएंगे। ये पद व प्रतिष्ठा भी हमेशा के लिए नहीं है। मैं इस तथ्य का हमेशा खयाल रखता हूं।’
वह केवल ‘बसवराज है, मुख्यमंत्री नहीं
बोम्मई ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह उनके लिए केवल ‘बसवराज’ हैं, मुख्यमंत्री नहीं। मुख्यमंत्री बेलगावी जिले के कित्तूर की 19वीं शताब्दी की रानी कित्तूर रानी चेन्नम्मा की प्रतिमा का उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे, जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा कहता रहा हूं कि इस जगह (शिगगांव) के बाहर मैं पूर्व में गृह मंत्री और सिंचाई मंत्री था, लेकिन एक बार जब मैं यहां आया तो मैं आप सभी के लिए सिर्फ ‘बसवराज’ बना रहा।’ आज एक सीएम के रूप में मैं कह रहा हूं कि एक बार मैं शिगगांव आ जाता हूं तो, बाहर भले ही मैं सीएम हूं, लेकिन यहां मैं वही बसवराज बना रहूंगा, क्योंकि बसवराज स्थाई है, न कि पद।
दो बार भावुक हुए मुख्यमंत्री
भाषण के दौरान दो बार भावुक होकर बोम्मई ने याद किया कि जब भी वे बसवराज के रूप में अपने निर्वाचन क्षेत्र में आते थे, तो उन्हें कितने प्यार से ‘रोटी’ (ज्वार की रोटी) और ‘नवने’ (बाजरा) चावल खिलाया जाता था। मेरे पास कहने के लिए महान चीजें नहीं हैं। अगर मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतर सका, तो मेरे लिए यही काफी है। मेरा मानना है कि आपके प्यार और विश्वास से बड़ी कोई शक्ति नहीं है। मैं आपसे भावनात्मक तरीके से बात न करने की पूरी कोशिश करता हूं, लेकिन आप सभी को देखकर भावनाएं मुझ पर हावी हो जाती हैं।