BSP का टिकट दिलाने के नाम पर 3000000 रूपए की धोखाधड़ी पीड़ित ने बसपा नेताओं पर कराया मुकदमा दर्ज…

कौशांबी के व्यापारी को बसपा का टिकट दिलाने का झांसा देकर 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई थी। पीड़ित व्यापारी ने पुलिस कमिश्नर से मिल कर तीन दिसंबर को शिकायत की थी। जांच के बाद रविवार को इस मामले में बसपा के सिराथू विधानसभा अध्यक्ष समेत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

कौशांबी निवासी मो. फरीद खां के मुताबिक वर्ष 2012 में उन्होंने सिराथू विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। वर्ष 2017 में हुए चुनाव के लिए फरीद ने बसपा से सम्पर्क किया था, लेकिन उनसे रुपये देने के बाद भी टिकट नहीं दिया गया था। फरीद के मुताबिक इस बार भी वह टिकट के लिए प्रयासरत थे। 21 नवंबर को उन्हें कॉल कर बसपा का टिकट दिलाने का दावा किया गया था। बात करने वाले शख्स ने बताया था कि पिछली बार आपके साथ धोखा हो गया था। इस बात की जानकारी हमें हैं। इसलिए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सिराथू सीट से आपका टिकट केवल 70 लाख रुपये में फाइनल कर दिया जाएगा।

फरीद के मुताबिक फोन करने वाले ने दावा किया था कि मौजूदा वक्त में टिकट के लिए तीन करोड़ रुपये देने पड़ रहे हैं। लेकिन आप 30 लाख रुपये पहले दे दीजिए। वहीं, बचे हुए रुपये कुछ वक्त बाद दीजिएगा। ठग की बात पर भरोसा कर फरीद आशियाना स्थित पार्टी के मंडल कार्यालय पहुंच गए थे। जहां उनसे 30 लाख रुपये लिए गए। इसके साथ ही उन्हें बसपा के लेटरहेड की हूबहू कॉपी दी गई। जिसमें टिकट पक्का किए जाने की बात लिखी थी। यह कागज लेने के बाद फरीद ने परिचितों से बात की तो उन्हें ठगों के जाल में फंसने का पता चला। इसके बाद फरीद ने पार्टी नेताओं से मिल कर शिकायत की थी। उन्हें भरोसा दिया गया था कि एक हफ्ते के अंदर आरोपियों को तलाश कर रुपये वापस करा दिए जाएंगे। लेकिन यह वक्त भी गुजर गया। लाखों रुपये गंवाने के बाद फरीद ने पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर से तीन दिसंबर को मिल कर घटना की जानकारी दी थी। इसके बाद सिराथू विधानसभा अध्यक्ष नन्हे पासी, भास्कर और सुरेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

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