
शीशगढ़(बरेली)। लकड़ी कारोबारी 30 वर्षीय महफूज आलम की मौत सड़क हादसा नहीं थी। दगाबाजी की वजह से सुनियोजित ढंग से उसके करीबी दोस्त ने ही उसका कत्ल किया था। महफूज के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। महफूज पर उसने पहले चाकू से हमला किया और फिर पीट-पीटकर मार दिया। पुलिस ने आरोपी को चाकू समेत गिरफ्तार कर लिया है।
कस्बे के ही लकड़ी व्यापारी महफूज आलम का शव सोमवार रात करीब दो बजे धनेटा-शीशगढ़ मार्ग पर मिला था। वह शाम करीब पांच बजे पास के ही गांव जाफरपुर में अपने दोस्त के यहां बाइक से गए थे। पुलिस ने इस मामले को सड़क हादसा बताया था लेकिन परिजन ने हत्या बताते हुए मंगलवार को थाने के सामने शव रखकर खूब हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो घटना का खुलासा हो गया।
पीटने के बाद पानी में डुबा दिया
एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि महफूज आलम के अपने दोस्त की पत्नी से अवैध संबंध थे। वह उसे फोटो दिखाकर ब्लैकमेल करता था और उसी से उसकी पत्नी को अपने पास बुलवाता था। घटना की रात भी उसने ऐसा ही किया। इसके बाद वह महफूज को अपनी पत्नी से मिलवाने के बहाने लेकर आया। जब महफूज बाइक चला रहा था तो पीछे बैठे दोस्त ने छोटे चाकू पर उससे हमला कर दिया। मगर चाकू उसको नहीं लगा और संतुलन बिगड़ने से बाइक गिर गई। इसके बाद उसने महफूज को सड़क पर पटक-पटक कर मार डाला। जीवित रहने की गुंजाइश न रहे इसलिए उसे पानी में भी डुबो दिया।
अपनी गर्लफ्रेंड से करा दी थी दोस्त की शादी
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी एक अप्रैल 2017 को शीशगढ़ की युवती से हुई थी। यह शादी महफूज आलम ने ही कराई थी। बाद में उसे पता चला कि शादी के पहले से ही उसकी पत्नी के महफूज से अवैध संबंध थे। यह सिलसिला शादी के बाद भी खत्म नहीं हुआ। इस बात पर घर में क्लेश होने लगा तो वह जोधपुर चला गया और जरी का काम करने लगा। इस बीच उसकी पत्नी ने महफूज से संबंध तोड़ लिए, जिसके बाद वह अश्लील फोटो दिखाकर उसकी पत्नी को ब्लैकमेल करने लगा। कई बार तो महफूज उस पर भी पत्नी को अपने पास भेजने का दबाव बनाता था। इस वजह से ही उसने हत्या की योजना बनाई। 25 अगस्त को वह जोधपुर से लौटा। महफूज ने हमेशा की तरह पर उस पर पत्नी से मिलवाने का दबाव बनाया। तय हुआ कि वह एक खाली पड़े मकान में अपनी पत्नी को उससे मिलवाएगा। घटना के दौरान वह बाइक से महफूज को पत्नी से मिलवाने के बहाने लेकर जा रहा था। रास्ते में उसने अताराम उल्ला के बाग पास पीछे से महफूज के सिर में चाकू से बार किया। चाकू छोटा था इसलिए महफूज बच गया लेकिन बाइक गिर गई। इसके बाद उसने महफूज को जमीन पर पटक-पटक कर मारा। फिर उसे पुलिया के नीचे भरे पानी में लेकर गया और डुबोकर मार डाला। इस दौरान हुए संघर्ष में उसे भी कई चोटें लगीं और महफूज ने उसके हाथ में काट भी लिया।