मातम: जिंदगी की जंग हारकर घर पहुंचा बहादुर बेटी का शव तो रो पड़ा पूरा गांव,जानिए क्या बोले ग्रामीण….

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के गगहा इलाके के जगदीशपुर भलुआन गांव में बदमाशों की गोली से घायल काजल सिंह (17) की मौत से पूरे इलाके में मातम छा गया है। वह दसवीं की छात्रा थी, जो मां-बाप की दुलारी थी, सब उसकी जिंदगी के लिए दुआ भी कर रहे थे। मगर कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। पिता की पिटाई कर रहे लोगों का वीडियो बनाने पर उसे बहादुर भी बोला जा रहा था। लेकिन वह बहादुर जिंदगी की जंग हारकर घर पहुंची तो सबकी आंखें नम हो गईं। घर, रिश्तेदार, आसपास के लोग काजल का शव देखकर फफक पड़े। लोगों ने कहा कि काजल हमेशा सबकी यादों में जिंदा रहेगी। वहीं आरोपी पड़ोसी विजय प्रजापति पर लोगों का गुस्सा भी है, जिसने काजल को इस हाल में पहुंचाया। शव पहुंचने के दस मिनट बाद ही अंत्येष्टि के लिए लेकर परिजन बड़हलगंज स्थित मुक्तिपथ चले गए। इस दौरान बड़हलगंज, गगहा, बेलीपार पुलिस गांव के आसपास मौजूद रही

जानकारी के मुताबिक, हत्या करने के बाद आरोपी विजय ने गांव में ही एक शख्स के घर पर पूरी रात गुजारी है। इस बात का खुलासा होने के बाद पुलिस ने शरण देने वाले दो आरोपियों को भी उठा लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गांव वालों ने बताया कि काजल को गोली लगने के बाद से ही सभी उसकी बहादुरी की सराहना कर रहे थे और जिंदगी की दुआ भी।

एक रिश्तेदार के जरिए काजल की मौत की सूचना मिली तो गांव में गम का माहौल छा गया है। उधर, इस घटना से दुखी तो सभी हैं लेकिन विजय का खौफ भी नजर आ रहा है। लोग खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। विजय उस रात गांव में था यह जानकारी भी पुलिस को गोपनीय तरीके से मिली।

दरोगा ने खून देकर जान बचाने की कोशिश की थी
काजल के परिजनों के साथ गए गगहा थाने के दरोगा अमित चौधरी ने भी उसकी जान बचाने के लिए भरपूर कोशिश की थी। उन्होंने रक्तदान भी किया था, ताकि उसका ऑपरेशन सफल हो सके, पर तमाम कोशिशें बुधवार को बेकार हो गईं जब काजल ने आखिरी सांस ली। दरोगाऔर रिश्तेदार काजल के माता-पिता को संभालने की कोशिश में लगे रहे।

Share
Now