कोरोना का खोफ: मां की हुई मौत- तो बेटे ने…

कोरोना वायरस इतना बेरहम और खतरनाक है कि संक्रमित व्यक्ति अपने परिवारों से मिल तक नहीं पाता है। अगर किसी व्यक्ति की कोरोना से मौत हो जाए तो उसका अंतिम संस्कार करने के लिए भी लोग सामने नहीं आते हैं। ओडिशा में ऐसे ही एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है जिसमें मरीज की कोरोना संक्रमित की मौत हो गई और परिवार वालों ने मरीज के शव को छून से भी इनकार कर दिया।

परिवार वालों को कोरोना संक्रमण का डर था इसलिए उन्होंने शव को छुआ तक नहीं। एक दूसरे मामले में परिवार और रिश्तेदारों के अलावा एक बेटे ने भी अपनी मां के शव को छूने से इनकार कर दिया। बेटे को कोरोना संक्रमण का डर था। जिसके बाद ओडिशा पुलिस ने ऐसे दो मरीजों का अंतिम संस्कार किया।

ओडिशा पुलिस ने गुरुवार को मयूरभंज में कोविड -19 से मरने वाले दो व्यक्तियों का अंतिम संस्कार किया। इनके परिवार के सदस्य संक्रमण के डर से शवों के पास आने से डरते रहे। 

खूंटा थाना प्रभारी, पुलिस निरीक्षक स्वर्णलता मिंज के  के अनुसार कोविड-19 पीड़ितों की मौत के बाद कोई भी रिश्तेदार या परिवार का सदस्य कोविड-19 के डर से बाहर नहीं आया।

मिंज ने कहा, “पुलिस ने आखिरकार अंतिम संस्कार किया। खुंटा थाना क्षेत्र में दो घटनाओं की सूचना मिली है। मनोरंजन बेहरा नाम के एक व्यक्ति का शव कल खूंटा थाना अंतर्गत भोलागड़िया गांव में एक झोपड़ी के अंदर मिला था।

कोरोना के डर से न तो परिवार और न ही रिश्तेदार उसे छूने के लिए सहमत हुए । पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमॉर्टम किया।”

पुलिस के मुताबिक दूसरे मृतक रेणुवाला खटुआ की मौत गांव तड़कीझरां में हुई है। लेकिन रेणुबाला का बेटा मौके पर पहुंचा और उसने अपनी मां के शव को छूने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा, “आज, दो शवों का पोस्टमार्टम किया गया और खूंटा श्मशान में उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस एसआई सौम्य रंजन बोहोल, कांस्टेबल रवींद्र नायक, यतिन राउत, विकास पांडा ने शव को बचाने से लेकर दाह संस्कार तक सब कुछ किया।”

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