त्रिवेंद्र सरकार ने पेश किया अपना आखिरी बजट- जानिए विस्तार से…

उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंण-गैरसैंण में आज गुरुवार को प्रदेश सरकार की ओर से करीब 59 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किए जाने का अनुमान है। सैकड़ों लघु उद्योगों पर लॉकडाउन का जख्म अभी तक बरकरार है।

57 हजार 400 करोड़ रुपये का बजट पेश

मुख्यमंत्री ने विधानसभा के पटल पर वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 57 हजार 400 करोड़ रुपये का बजट पेश किया है।

यहां देखें…


  • मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि 44036 करोड़ 31 लाख रुपये राजस्व लेखा व्यय और 13,364 करोड 1 लाख रुपए पूंजी लेखा व्यय है. इसके अलावा 21-22 के लिए 44151.24  करोड़ राजस्व आय का अनुमान है. 
  • मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने कहा कि हरिद्वार और ऋषिकेश शहर को पूर्णतः सीवरेज योजना से आच्छादित किये जाने के लिए जर्मन विकास बैंक केएफडब्ल्यू की ओर से वित्त पोषित 1200 करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर दिनांक 20 दिसम्बर, 2018 को त्रिपक्षीय एमओयू हस्ताक्षर हो चुका हैं. इसे कुंभ के बाद शुरू किया जाएगा.
  • मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने 57400.32 करोड़ का बजट पेश किया है. उन्‍होंने कहा,’ मुझे खुशी हो रही है कि आगामी 5 सालों से 15 वित्त आयोग से हमें 14 वें वित्त आयोग की तुलना में लगभग दुगनी धनराशि प्राप्त होगी.’
  • मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट पेश करते हुए कहा कि हमारी सराकर ने जैविक कृषि के महत्व को समझते हुए इसके प्रोत्साहन के लिए प्रदेश में जैविक कृषि अधिनियम 2019 लागू किया गया है. इसके अच्‍छे परिणाम सामने आ रहे हैं.
  • मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट पेश करते हुए कहा कि पिछले चार सालों में हमारी सरकार ने कृषि, उद्योग, दुग्ध विकास पशुपालन, मत्स्य, जलागम वन एवं पर्यावरण आदि विभागों के तत्वाधान में आवश्यक नीतियां बनाई हैं.
  • मुख्‍यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बजट पेश करते हुए कहा कि हमने कृषि एवं कृषि से संबंधित सहायक गतिविधियों से जुड़े हुए समस्त पहलुओं को समग्रता से समझने का एक प्रयास किया गया. हम कृषकों की आय को दोगुना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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