नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को जान से मारने की धमकी मिलने से सनसनी फैल गई है। यह धमकी पार्टी के हेल्पलाइन नंबर पर वॉट्सऐप मैसेज के जरिए भेजी गई, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि उन्हें अगले 10 दिनों के भीतर खत्म कर दिया जाएगा।
जैसे ही यह खबर फैली, पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला। सबकी नजरें अब सुरक्षा एजेंसियों और प्रशासन पर टिकी हैं। इस पूरे मामले को लेकर आजाद समाज पार्टी की मुस्लिम भाईचारा कमेटी के जिला संयोजक शेख परवेज पासी ने नगीना थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत के मुताबिक, धमकी देने वाले ने केवल चंद्रशेखर आजाद की जान लेने की बात नहीं की, बल्कि यह भी कहा कि जल्द ही इसका अंजाम सभी को दिखेगा। यह धमकी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिससे लोगों के बीच डर और बेचैनी का माहौल बन गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल ये है — क्या चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा को लेकर कोई बड़ी चूक हो रही है?

मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने धमकी को बेहद गंभीरता से लेते हुए अज्ञात शख्स के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। नगीना थाना प्रभारी तेजपाल सिंह ने बताया कि साइबर सेल की मदद ली जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि आखिर यह धमकी किसने और कहां से भेजी।
इस बीच, सांसद चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा को लेकर पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ गया है। सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है। वहीं, पुलिस टेक्निकल सर्विलांस के ज़रिए उस शख्स तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है जिसने यह धमकी दी है। पुलिस का कहना है कि मामले की तह तक पहुंचने में ज़्यादा वक्त नहीं लगेगा और जल्द ही बड़ा खुलासा हो सकता है।