सीतापुर जेल में बंद सपा नेता आजम खां से मिलने के बाद उनकी पत्नी तजीन फात्मा के एक भावुक बयान ने पार्टी के भीतर हलचल मचा दी है। तजीन फात्मा ने बाहर आकर कहा था, “अब बस अल्लाह से ही उम्मीद है।” इस बयान को राजनीतिक नजरिए से देखा जाने लगा और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर चर्चाएं तेज हो गईं।
इस पूरे घटनाक्रम का असर मुरादाबाद तक पहुंचा, जहां सपा सांसद रुचिवीरा और पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन के बीच बयानबाजी ने तूल पकड़ लिया। रुचिवीरा ने डॉ. हसन के एक बयान पर नाराज़गी जताई और उन पर अपमानजनक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया। उधर, डॉ. हसन ने सफाई दी कि उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और उनका कोई राजनीतिक मकसद नहीं था।
लोकसभा चुनाव के दौरान शुरू हुई तनातनी अब एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। इस बीच, आजम खां के बेटे और पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम, जो हाल ही में हरदोई जेल से रिहा हुए हैं, ने खुद को रामपुर तक सीमित कर रखा है और फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक टिप्पणी से दूरी बनाए हुए हैं।