CJI बी.आर. गवई ने हाल ही में, Nagpur में ‘संविधान प्रस्तावना पार्क’ के उद्घाटन के दौरान यह बड़ा बयान दिया:
- उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विशेष दर्जा देने वाला Article 370, डॉ. भीमराव अंबेडकर की “एक राष्ट्र, एक संविधान” की विचारधारा के खिलाफ था। इसीलिए सुप्रीम कोर्ट ने पांच जजों की संविधान पीठ ने इसे हटाने का निर्णय समर्थन किया
- उन्होंने याद दिलाया कि जब यह मुद्दा SC में आया था, तब “डॉ. बाबासाहेब के शब्द” दिल में गूंजे: “एक देश के लिए एक ही संविधान उपयुक्त है… अगर हम देश को एकजुट रखना चाहते हैं, तो हमें केवल एक संविधान की आवश्यकता है।”
- उन्होंने यह भी कहा कि अंबेडकर ने कभी किसी राज्य के लिए अलग संविधान का समर्थन नहीं किया और एक समग्र नीतिगत दृष्टिकोण पर विश्वास किया
CJI गवई ने कहा
“जब अनुच्छेद 370 को चुनौती दी गई थी… तब मेरे मन में Dr Babasaheb के शब्द गूंजे – ‘एक देश के लिए एक संविधान उपयुक्त है… अगर हम देश को एकजुट रखना चाहते हैं, तो हमें केवल एक संविधान की आवश्यकता है।
वे स्पष्ट रूप से कहते हैं कि 370 का अस्तित्व Dr. Ambedkar की “एक संविधान, एक भारत” की विचारधारा के खिलाफ था।