लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर टीम इंडिया को एक ऐसा झटका लगा, जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में मिलाकर 5 शतक ठोके और जोरदार प्रदर्शन किया, फिर भी मैच उनके हाथ से फिसल गया।
पांचवें दिन इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट ने धमाकेदार शतक जड़ते हुए टीम को 371 रन का मुश्किल लक्ष्य पार करवा दिया। यह टेस्ट क्रिकेट के 148 साल के इतिहास में 10वां सबसे बड़ा रन चेज़ रहा — और भारत के खिलाफ दूसरा सबसे बड़ा। इस हार ने भारतीय टीम के नाम एक ऐसा रिकॉर्ड जोड़ दिया, जो शायद ही कोई टीम अपने नाम चाहेगी।

5 शतक लगाने के बाद भी हार
भारतीय टीम के लिए लीड्स टेस्ट कई मायनों में याद रहेगा — लेकिन अफसोस के साथ। ये पहला मौका था जब भारत ने किसी टेस्ट मैच में कुल 5 व्यक्तिगत शतक लगाए। आमतौर पर जब कोई टीम इतने शानदार प्रदर्शन करती है, तो जीत या कम से कम ड्रॉ की उम्मीद होती है। लेकिन यहां किस्मत ने साथ नहीं दिया।
टेस्ट इतिहास में अब तक सिर्फ छह बार ऐसा हुआ है जब किसी टीम ने दोनों पारियों में मिलाकर 5 शतक जड़े हों। पहले की पांचों बार उन टीमों को हार का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन भारत इस मामले में अपवाद बन गया — टेस्ट क्रिकेट की पहली टीम जो इतने शतक लगाने के बावजूद मुकाबला हार गई।
दिलचस्प बात ये है कि इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने 1928-29 में एक टेस्ट में 4 शतक लगाने के बावजूद हार का मुंह देखा था। लेकिन अब भारत ने वो रेखा भी पार कर ली — 5 शतक के बावजूद हारने वाली पहली टीम बनकर। यह रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक कड़वी याद के तौर पर दर्ज हो गया है।
रिपोर्ट:- कृष्णा त्यागी