जस्टिस बी. आर. गवई ने भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पद की शपथ दिलाई ।
शपथ ग्रहण के बाद, जस्टिस गवई ने अपनी मां, कमलताई गवई, के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लिया। यह भावुक क्षण उनके लिए पारिवारिक और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक था। इस अवसर का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें मां-बेटे के बीच प्रेमपूर्ण संवाद और आशीर्वाद की झलक दिखाई देती है ।
जस्टिस बी. आर. गवई अपने करियर में सामाजिक न्याय और कानून की व्याख्या में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। उनका मुख्य न्यायाधीश बनना भारतीय न्यायिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
इससे पहले, जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने 2022 में भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। उनके पिता, जस्टिस वाई. वी. चंद्रचूड़, भी भारत के 16वें मुख्य न्यायाधीश रहे थे, जिससे यह एक ऐतिहासिक घटना बन गई थी ।