स्टार्टअप समिट में बांका की धरती पर युवाओं ने दिखाया नवाचार का परचम

बांका टाउन हॉल में आयोजित स्टार्टअप समिट – 2025 युवाओं के लिए नवाचार, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता का प्रेरणादायी मंच सिद्ध हुआ। इस आयोजन में जिले के कोने-कोने से आए दर्जनों उत्साही युवाओं ने अपने अनोखे और व्यावहारिक स्टार्ट अप विचार प्रस्तुत किए और विशेषज्ञों के समक्ष पूरी आत्मविश्वास से अपनी योजनाएं रखीं। इस समिट की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि यहां केवल बातचीत नहीं, बल्कि समाधान पर ज़ोर रहा। कई स्टार्टअप्स को वहीं पर फंडिंग के संकेत मिले और कईयों को विशेषज्ञों से ठोस दिशा-निर्देश भी प्राप्त हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत नवल किशोर के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि आज बिहार की नई पहचान युवाओं के नवाचार और मेहनत से बन रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा आयोजन युवाओं को सिर्फ मंच नहीं देता, बल्कि उन्हें अपने सपनों को आकार देने की हिम्मत और दिशा देता है। मंच संचालन का दायित्व आदित्य राज ने संभाला, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को ऊर्जावान, अनुशासित और उत्साही वातावरण में आगे बढ़ाया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कई प्रतिष्ठित उद्यमियों ने उपस्थित होकर समिट की गरिमा को नई ऊँचाइयाँ प्रदान कीं। इनमें मैक्सी कंसलटेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम. के. सिन्हा, बृहाती फूड्स के चेयरमैन मनीष सिंह, चिक्का लिट्टी के संस्थापक सत्यम पारखी, एयू बायोटिक के प्रमुख उत्तम और वर्चुअल माध्यम से जुड़े रोडबेज़ के संस्थापक दिलखुश तथा झाजी अचार के संस्थापक ऐश्वर्या प्रमुख रूप से शामिल रहे। सभी अतिथियों ने युवाओं के विचारों की सराहना की और अपनी अनुभवपूर्ण बातों से उन्हें दिशा प्रदान की।

इस पूरे आयोजन की मूल रूपरेखा इनक्रिएशन के संस्थापक अंकित राज द्वारा तैयार की गई थी, जिनकी कल्पनाशीलता और संगठन क्षमता ने इस आयोजन को उत्कृष्ट स्वरूप दिया। वहीं, सभी वक्ताओं और अतिथियों के समन्वय की ज़िम्मेदारी नवनीत ओझा ने निभाई, जिन्होंने समर्पण भाव से पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका अदा की।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले युवाओं ने जिन स्टार्टअप्स को प्रस्तुत किया, वे थे — आर्थ नेचर, मैट्रिक्स, सुविटी, रियल वाटर, माध्रुथ फार्म, ट्रजारा , जुगाड़ू बॉय, ज़ीपमी डॉट कॉम, डेली माइंड, एआई ट्रांसलेटर, ट्रकईज़, देसी कैंपस, संतुलित आहार, मेडिसिस्ट, रेनबो मल्टीप्रिंट इंडिया, ऋषि स्वान प्रा. लि., प्रिंट शू और सारथी गो। इन स्टार्टअप्स के पीछे खड़े युवा नाम थे – सुश्री रजिया, राजन कुमार, अभिषेक कुमार, सैफ खान, मयंक कुमार, आदित्य, अविनाश और स्नेहा कुमारी, फारिद कुमार, अमन और सागर, कौशल राय, अभिनव आनंद, चंदन गुप्ता, रौशन कुमार झा, रोहित, ऋषि राज, राहुल कुमार और राज कुमार। सभी ने अपने विचारों से यह साबित कर दिया कि बिहार का युवा अब केवल नौकरी का इच्छुक नहीं, बल्कि अवसरों का निर्माता बन चुका है।

कार्यक्रम के आयोजक कौशल कुमार सिंह ने समापन सत्र में कहा कि यह पहल युवाओं के भविष्य की दिशा में एक छोटा लेकिन दृढ़ क़दम है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसे और भी आयोजन कराकर युवाओं को ज़मीन से जोड़ा जाएगा और उन्हें राष्ट्रीय मंच तक पहुँचने का अवसर मिलेगा। उपस्थित अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों ने कौशल कुमार सिंह की इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की और इसे बिहार के युवा उद्यमशीलता आंदोलन की नई शुरुआत बताया।

यह आयोजन न केवल एक कार्यक्रम था, बल्कि एक परिवर्तन की नींव थी, जहाँ युवाओं को उनके सपनों के साथ खड़े होने का अवसर मिला, और बांका की धरती पर स्टार्टअप संस्कृति के विकास की दिशा में यह एक ऐतिहासिक क़दम बन गया । मनोरंजन प्रसाद, ब्यूरो चीफ, बांका।

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