सिम्बुआ गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक हिंदू परिवार के घर के अंदर 5 मजारें मिलने से हड़कंप मच गया। इसकी शिकायत पुलिस से की गई. मौके पर जब पुलिस पहुंची तो वह भी चाैंक गई. जिसके बाद पड़ोस में रहने वाले युवको को बुलाकर इन मजारों को तोड़वा दिया गया.
जाने क्या है पूरा मामला ?
पीलीभीत: नेपाल बॉर्डर से सटे पीलीभीत जिले के गांव सिम्बुआ में उस समय हलचल मच गई जब हिंदू युवक धीरज सक्सेना के घर में 5 मजारें मिलने की खबर सामने आई। यह गांव जहां सिर्फ एक मुस्लिम परिवार रहता है, वहां एक हिंदू परिवार के घर में मजारें होना ग्रामीणों के लिए चौंकाने वाला था। सूचना मिलने पर राष्ट्रीय योगी सेना के महंत सरोजनाथ, जिलाध्यक्ष सुमित शर्मा समेत अन्य कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और बिलसंडा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मजारों के साथ झाड़-फूंक से जुड़ा सामान भी बरामद किया।

धीरज सक्सेना और उनके परिजनों का कहना है कि उनके पूर्वज एक पीर बाबा को मानते थे और जब घर में लगातार परेशानियां और मौतें हुईं तो उन्होंने आस्था के तहत यह मजारें बनवाईं। परिवार का दावा है कि यह पूरी तरह निजी श्रद्धा का विषय था, और किसी भी प्रकार का धर्म परिवर्तन नहीं किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मजारें हटाने के दौरान उन्हें गहरा दुख हुआ, क्योंकि यह उनकी पारिवारिक आस्था से जुड़ा मामला था।
वहीं दूसरी ओर, राष्ट्रीय योगी सेना का कहना है कि यह सिर्फ व्यक्तिगत आस्था का विषय नहीं है, बल्कि गांव में अंधविश्वास फैलाकर धर्म परिवर्तन की जमीन तैयार करने की एक कोशिश थी। संगठन के अनुसार, समय रहते पुलिस न पहुंचती तो गांव का माहौल बिगड़ सकता था। बिलसंडा थाना प्रभारी सिद्धांत शर्मा ने बताया कि जांच में कोई साजिश या जबरन धर्म परिवर्तन के प्रमाण नहीं मिले हैं। धीरज सक्सेना ने स्वयं मजारें हटाने का निर्णय लिया और फिलहाल गांव की स्थिति सामान्य बनी हुई है। पुलिस और प्रशासन सतर्कता बनाए हुए हैं।
रिपोर्ट:- राखी कुमारी