जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय बांका के वरीय लिपिक पंकज कुमार मामले में नया खुलासा

जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय बांका के लिपिक पंकज कुमार एवं उनके साथ चार लोगों को शराब सेवन के मामले में उत्पाद विभाग के द्वारा गिरफ्तार किया गया था । पंकज कुमार के साथ दिलीप कुमार ,सौरभ कुमार, राकेश कुमार और जगदीश तिवारी को भी गिरफ्तार किया गया था। सौरभ कुमार , राकेश कुमार एवं जगदीश तिवारी भेन्डर है जबकि दिलीप कुमार उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलिया अमरपुर में विशिष्ट शिक्षक के पद पर हैं । उत्पाद विभाग को दिलीप कुमार ने पूछ-ताछ मे बताया कि वह मजदूरी कर अपना गुजर बसर करते हैं। और दिलीप कुमार जुर्माना देकर छुट भी गये। बाद में उत्पाद अधीक्षक को जब पता चला कि दिलीप कुमार बिहार सरकार के सरकारी सेवक हैं तो उनके ऊपर इन्होंने कानूनी कर्यवाई करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी बांका को दिलीप कुमार के ऊपर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की।सूत्रों की माने तो दिलीप कुमार विशिष्ठ शिक्षक के अलावे भाई के नाम पर भेंडरी, पत्नी के नाम पर ठेकेदारी भी करते हैं। इनके ऊपर 18/ 9/ 2024 को जिला पदाधिकारी बांका के द्वारा एक जाँच टीम गठित की गई थी जिसमें दिलीप कुमार के ऊपर शिक्षा विभाग की मिली भगत से अवैध रुपए निकासी का मामला था। विश्वस्त सूत्रों से पता चला की जिस वक्त पंकज कुमार की गिरफ्तारी हुई थी उसके पास से बहुत भारी मात्रा में रुपए भी बरामद हुए थे जो शायद एम० डी ० एम भेंडरो द्वारा शराब सेवन के समय कमिशन के रूप में दी गई थी । अब सवाल उठता है कि कोई भी भेंडर इतनी बड़ी रकम बिल पास करने के लिए लिपिक को क्यो देगा? ये रकम जरूर किसी न किसी पदाधिकारी के सह पर कमीशन के रूप मे वसूला जाता है। पंकज कुमार को यदि पता चल जाए कि उसकी नौकरी जाने वाली है तो उस पदाधिकारी का भी पता चल जाएगा जिसके लिए वह काम करता है। इससे स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग मे पैसो का खेल जारी है। वैसे तो जिला शिक्षा पदाधिकारी साफ- सुथरे छवि के इंसान है, लेकिन इनके अधीनस्थ कर्मी इस बात को समझते ही नही है। मनोरंजन प्रसाद, ब्यूरोचीफ, बांका।

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