बदायूं / गौशाला में महज दो घंटे में 22 गोवंश की मौत, डॉक्टरों की टीम ने 51 को बचाया;

- बदायूं के कछला नगर पंचायत का मामला
- डॉक्टर बोले- बाजरे का हरा चारा ज्यादा खाने से हुई मौत
बदायूं. नगर पंचायत कछला में निराश्रित गोवंश के लिए बनी सरकारी गौशाला में महज दो घंटे के भीतर 22 गोवंश की मौत हो गई। इनमें 11 गाय, तीन बछिया व चार सांड शामिल हैं।
आशंका है कि गायों के चारे में किसी ने जहरीला पदार्थ मिला दिया। मौके पर डीएम, एसएसपी समेत तमाम आला अधिकारी पशु चिकित्सकों के साथ पहुंच गए हैं और बीमार गायों का इलाज किया जा रहा है।
पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
कछला नगर पंचायत में निराश्रित गोवंश के लिए सरकारी गौशाला का निर्माण किया गया था। जिसमें वर्तमान में 73 गोवंश पशु रह रहे थे। रविवार शाम गायों को चारा खिलाया गया था, उसके बाद 7 बजे के आसपास गायों की तबियत खराब होना शुरू हुई और देखते ही देखते 22 गोवंश की मौत हो गई।
गोवंश की मौत की सूचना पर डीएम, एसएसपी समेत तमाम अधिकारी पशु चिकित्सकों के साथ मौके पर पहुंचे और तत्काल गायों का इलाज शुरू कर दिया।
डॉक्टरों के अनुसार गायों ने बाजरे का हरा चारा ज्यादा मात्रा में खा लिया था, जिसके कारण गायों के शरीर मे नाइट्रोजन की मात्रा अधिक हो गयी, जिससे गायों की मौत हुई। फिलहाल गायों का इलाज जारी है और पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि, आईवीआरआई बरेली के डॉक्टरों की टीम बीमार गायों का इलाज कर रही है।
51 गोवंश को बचा लिया गया है। कुल 22 गोवंश की मृत्यु हुई है। विस्तृत जानकारी डॉक्टरों की अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी।