उत्तराखण्ड में बेरोजगारी की दरें 2017 के मुकाबले 2019 में 14.2 प्रतिशत बड़ी है, जबकी 2003-2004 में यह दर 2.1 प्रतिशत थी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को 18 मार्च को तीन साल पूरे होने को है, तभी बेरोजगारी दरे 14.2 होना बी0जे0पी0 सरकार को सवालो के कटघरें में खड़ा कर सकता है।
2016-2017 के मुकाबले प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतरगत प्रशिक्षण लेने के बावजूद उत्तराखण्ड में बेराजगारी दर 2017 के मुकाबले तीन गुना बड़ी है।
यह सर्वे 2019 के अप्रैल व जून में मानव विकास संसाधन के द्वारा किया गया। जिसकी रिर्पोट के अनुसार बेराजगारी को तीन मुख्य कारणों में बाटा गया है।
गॅाव से युवा का पलायन
खेती में किसानों की कमी
अपना व्यवसाय न करना।
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September 10, 2024