बारिश और बर्फबारी का सिलसिला थमने और जिला प्रशासन की ओर से युद्धस्तर पर कार्य करने के बावजूद ऊंचाई वाले इलाकों में रहने वाले लोगों की दुश्वारियां कम नहीं हो पाई हैं। गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे समेत दो दर्जन से अधिक मोटर मार्ग चौथे दिन भी यातायात के लिए सुचारु नहीं हो सके हैं।आलम यह है कि सुक्की टॉप से आगे बर्फ की मोटी चादर बिछी होने के कारण गंगोत्री हाईवे पर चौथे दिन भी यातायात बहाल नहीं हो सका। वहीं राडी टॉप-ओरछा बैंड के बीच जमा बर्फ के कारण यमुना घाटी का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा है।
पाला जमने से यमुनोत्री हाईवे के बड़कोट से जानकीचट्टी क्षेत्र के बीच वाहनों की आवाजाही जोखिम भरी बनी है। हाईवे के अलावा संकूर्णाधार-चौरंगीखाल, हर्षिल-मुखबा, रैथल, बार्सू, घनसाली-तिलवाड़ा, कुंवा-कफनौल, मोरी-नैटवाड़, आराकोट-भूटाणू, चिंवा-मोल्डा, आराकोट-चिंवा सहित 30 संपर्क मोटर मार्गों पर भी यातायात ठप पड़ा है।