राज्य के साथ ही पूरे देश मे दवा संकट पैदा होने का खतरा हो गया है। राज्य की तकरीबन आधा फार्मा यूनिटें पिछले दो दिनों तक दवाओं का उत्पादन नहीं कर पाई। हालांकि सरकार ने दवा कंपनियों को लॉक डाउन से पूरी तरह छूट दी है। लेकिन जिला प्रशासन, पुलिस की रोक टोक से कर्मचारी काम पर नहीं जा पा रहे हैं। इसके अलावा दवाओं के ट्रांसपोर्ट में भी भारी दिक्कत आ रही है।
दवा कंपनियों का उत्पादन बहुत कम मात्रा में बाजार तक पहुंच पा रहा है। इसके अलावा कई बड़ी फार्मा कंपनियों का रॉ मटीरियल ट्रांसपोर्ट बंद होने की वजह से मुम्बई और गुजरात जैसी जगहों पर फंस गया है। । लेकिन बाजार की मांग के हिसाब से उत्पादन आजकल काफी कम है। चीन से रॉ मटीरियल की आपूर्ति में कमी से 30 प्रतिशत की गिरावट पहले से ही चल रही थी। लेकिन लॉक डाउन की वजह से उतपन्न हुई परिस्थितियों से उत्पादन में और गिरावट आ गयी है।
राज्य में दवा आपूर्ति में उत्तराखंड की हिस्सेदारी 17 प्रतिशत के करीब है।ऐसे में दवा उत्पादन में आने वाली गिरावट का सीधा असर देश की दवा आपूर्ति पर पड़ सकता है। ऐसे में राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश मे परेशानी खड़ी हो सकती है। फार्मा इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार राज्य से सालभर में दुनिया के 38 देशों में तकरीबन एक हजार करोड़ की दवाओं का निर्यात होता है। हालांकि दावा निर्यात को फिलहाल केंद्र ने रोक दिया है।