- 26 कैबिनेट मंत्रियों में राकांपा से 10, कांग्रेस से 8 और शिवसेना से 7 नेता; 1 निर्दलीय ने भी शपथ ली
- कांग्रेस विधायक पाडवी के शपथ ग्रहण पर राज्यपाल कोश्यारी नाराज हुए, दोबारा शपथ दिलाई
- 28 नवंबर को उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के दो-दो मंत्रियों ने शपथ ली थी
मुंबई.महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार बनने के32 दिन बाद सोमवार को मंत्रिमंडल का पहलाविस्तार हुआ। अजित पवार ने 37 दिन में दूसरी बार उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पूर्व सीएमअशोक चव्हाण कैबिनेट मंत्री बने। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य, पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे अमित औरदिवंगत भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के भतीजे धनंजय मुंडेको भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया।उद्धव मंत्रिमंडल के इस पहले विस्तार में 26 कैबिनेट मंत्रियों ने शपथ ली।
इनमें राकांपा से 10, कांग्रेस से 8 और शिवसेना से 7 नेता मंत्री बने हैं।कांग्रेस विधायक केसी पाडवी के शपथ से इतर शब्द बोलने परराज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी नाराज हो गए और उन्हेंदोबारा शपथ दिलवाई।
इससे पहले 23 नवंबर की सुबह भाजपा ने राकांपा नेता अजित पवार के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, 26 नवंबर को अजित ने इस्तीफा दे दिया। फडणवीस को भीइस्तीफा देना पड़ा था। बाद में28 नवंबर को मुख्यमंत्रीउद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के दो-दो मंत्रियों ने शपथ ली थी।नियम के मुताबिक,महाराष्ट्र सरकार में मुख्यमंत्रीके अलावा 42 मंत्री ही शामिल सकते हैं।
26 कैबिनेटमंत्रियों ने शपथ ली
शिवसेना:संजय राठौड़, गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संदीपन भुमरे,अनिल परब, उदय सामंत,आदित्य ठाकरे
राकांपा: अजित पवार, दिलीप वलसे पाटिल, धनंजय मुंडे, अनिल देशमुख,हसन मुश्रीफ, राजेंद्र शिंगणे, नवाब मलिक, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, बालासाहेब पाटिल
कांग्रेस: अशोक चव्हाण, विजय वडेट्टीवार, वर्षा गायकवाड़, सुनील केदार, अमित विलासराव देशमुख,यशोमतीठाकुर,केसी पाडवी, असलम शेख
निर्दलीय :शंकर राव गड़ाख
कैबिनेट में नए मंत्रियों के शामिल होने के बाद विभागों में बदलाव हो सकता है। फिलहाल, मुख्यमंत्रीउद्धव के पास कोई विभाग नहीं है। गृह और उद्योग विभाग शिवसेना के पास हैं। वित्त और ग्रामीण विकास विभाग राकांपा को दिए गए हैं। कांग्रेस को राजस्व, पीडब्ल्यूडी और ऊर्जा मंत्रालय सौंपा गया था।
28 नवंबर को उद्धव ने 6 मंत्रियों के साथ ली थी शपथ
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना ने कांग्रेस और राकांपा के साथ मिलकर सरकार बनाई है। उद्धव ने तीनों पार्टियों के दो-दो मंत्रियों के साथ 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसमें राकांपा के जयंत पाटिल, छगन भुजबल, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, कांग्रेस के बालासाहेब थोराट और नितिन राउत शामिल थे।सरकार बनने केकरीब 15 दिन बाद मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया गया था।
भाजपा के साथ चुनाव लड़ी थी शिवसेना
शिवसेना ने भाजपा के साथ विधानसभा चुनाव लड़ा था। शिवसेना-भाजपागठबंधन को बहुमत भी मिला, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलोंके बीच टकराव पैदा हो गया था। इसके बाद भाजपानेता देवेंद्र फडणवीस ने राकांपानेता अजित पवार के साथ मिलकर प्रदेश मेंसरकार बनाली थी। देवेंद्र ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तो अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था। राजनैतिक उठापटक के चलते साढ़े तीन दिन बाद सीएम और डिप्टी सीएम को इस्तीफा देना पड़ाथा।