- भाजपा के सरकार बनाने से इनकार के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की तैयारी में
- राकांपा ने कहा- अगर शिवसेना एनडीए से नाता तोड़ती है, तो हम उसे समर्थन देने पर विचार कर सकते हैं
- राकांपा को उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस को स्पीकर का पद मिल सकता है
- शिवसेना (56), एनसीपी (54) और कांग्रेस (44) के कुल 154 विधायक, जबकि बहुमत का आंकड़ा 145
मुंबई/नई दिल्ली.महाराष्ट्र में भाजपा के सरकार बनाने से इनकार के बाद शिवसेना ने राकांपा और कांग्रेस की मदद से सरकार बनाने की तैयारी कर ली है। लेकिन, राकांपा और कांग्रेस ने शिवसेना को समर्थन देने के लिए उसके एनडीए से अलग होने की शर्त रखी है।
इसके बाद मोदी सरकार में शिवसेना के इकलौते केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत नेसोमवार सुबहट्वीट कर इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया। वे आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। उधर, राकांपा प्रमुख शरद पवार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से संपर्क में हैं।
बदले हुए हालात में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बन सकते हैं। जबकि, पहले वह अपने बेटे आदित्य ठाकरे को सीएम बनाना चाह रहे थे। उधर, इस नए गठजोड़ में उप-मुख्यमंत्री का पद राकांपा को जा सकता है। वहीं, कांग्रेस को विधानसभा में स्पीकर का पद दिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, राज्यपाल ने शिवसेना को संख्याबल के बारे में जानकारी देने के लिए सोमवार शाम 7:30 बजे तक का वक्त दिया है। ऐसे में उद्धवखुद सत्ता का समीकरण बनाने में जुट गए हैं। रविवार देर रात तक शिवसेना के बड़े नेताओं की मातोश्री में बैठक हुई।
‘उद्धव के आदेश पर अरविंद सावंत इस्तीफा दे रहे हैं’
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”भाजपा ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद बांटने के लिए तैयार नहीं है। वे किसी भी हालत में शिवसेना को मुख्यमंत्री पद नहीं देंगे। चाहे उन्हें विपक्ष में ही क्यों न बैठना पड़े। इस व्यवहार को जनता के साथ धोखा कहा जाएगा या नहीं। भाजपा मानने के लिए ही तैयार नहीं तो कौन सा रिश्ता रहता है हमारा। हमसे पूछा तक नहीं गया। यह रिश्ता औपचारिकता रह गया। हमारे केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत उद्धव ठाकरे के आदेश पर केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफ देंगे।”
अपडेट्स
– राकांपा प्रमुख शरद पवार मुंबई में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक लेंगे। इसमें प्रफुल पटेल, सुप्रिया सुले, अजीत पवार, जयंत पाटिल और अन्य नेता मौजूद रहेंगे। पवार ने कहा- जो भी फैसला होगा, राकांपाऔर कांग्रेस मिलकर लेंगे। अभी शाम तक का समय है।
– कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए दिल्ली स्थित अपने आवास पर कार्यसमिति की बैठक बुलाई। मल्लिकार्जुन खड़गे ने जयपुर में ठहरे महाराष्ट्र के विधायकों के साथ बैठक की।
– भाजपा ने दोपहर को विधायक दल के नेता देवेंद्र फडणवीस के आवास पर कोर कमेटी की बैठक बुलाई है।
शिवसेना एनडीए गठबंधन से अलग होगी
शिवसेना के केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने ट्वीट किया- शिवसेना का पक्ष सच्चाई है। इतने झूठे माहौल में दिल्ली सरकार में क्यों रहे और इसीलिए मैं केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं। इस संबंध में सुबह 11 बजे दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।
Arvind Sawant✔@AGSawant · 2 घंटे
लोकसभा निवडणुकी आधी जागा वाटप आणि सत्ता वाटपाचा एक फॉर्म्युला ठरला होता. दोघांना तो मान्य होता.आता हा फॉर्म्युला नाकारून शिवसेनेला खोटे ठरवण्याचा प्रकार धक्कादायक तसेच महाराष्ट्राच्या स्वाभीमानास कलंक लावणारा आहे. खोटेपणाचा कळस करत महाराष्ट्रात भाजपाने फारकत घेतलीच आहे.. 1/2
शिवसेनेची बाजू सत्याची आहे. अशा खोट्या वातावरणात दिल्लीतील सरकार मध्ये तरी का रहायचे?
आणि म्हणूनच मी केंद्रीय मंत्री पदाचा राजीनामा देत आहे. या संदर्भात आज सकाळी ११.०० वा. दिल्ली येथे मी पत्रकार परिषद (Press Conference) घेणार आहे.2,0177:39 am – 11 नव॰ 2019Twitter Ads की जानकारी और गोपनीयता1,042 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं
राकांपा ने आज बैठक बुलाई
राकांपा नेता नवाब मलिक ने बताया कि सोमवार को हमने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। इसी बैठक में आगे की रणनीति तय होगी। यदि शिवसेना को हमारा समर्थन चाहिए, तो उन्हें भाजपा और एनडीए से गठबंधन तोड़ना होगा। उनके सभी केंद्रीय मंत्रियों को मोदी सरकार से इस्तीफा देना होगा।
संभावित सरकार में कांग्रेस का शामिल होना तय नहीं
गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन, स्पीकर पद कांग्रेस के खाते में जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण इसके लिए पहली पसंद होंगे।
उप-मुख्यमंत्री का पद राकांपाको देने की बात हो चुकी है, लेकिन गृह मंत्रालय को लेकर खींचतान जारी है। 1999 में कांग्रेस और राकांपा ने ऐसे ही हालात में राज्य में सरकार का गठन किया था। इसके बाद दोनों दल 15 साल तक सत्ता में रहे थे।
शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस साथ आए तो बहुमत
कुल सीटें: 288
बहुमत: 145
दल | सीटें |
शिवसेना | 56 |
एनसीपी | 54 |
कांग्रेस | 44 |
कुल | 154 |
निर्दलीय | 9 विधायक साथ होने का दावा |
कुल संख्या बल | 163 |
महाराष्ट्र में अन्य दलों की स्थिति
पार्टी | सीट |
भाजपा | 105 |
बहुजन विकास अघाड़ी | 3 |
एआईएमआईएम | 2 |
निर्दलीय और अन्य दल | 15 |
कुल | 125 |
अशोक चव्हाण ने कहा-कांग्रेस राष्ट्रपति शासन के पक्ष में नहीं
कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने रविवार देर शाम जयपुर में कहा कि पार्टी राज्य की जनता पर राष्ट्रपति शासन थोपे जाने के पक्ष में नहीं है।
उन्होंने कहा कि नव-निर्वाचित पार्टी विधायक हाईकमान से सलाह लेंगे और उसके आधार पर फैसला करेंगे। कांग्रेस विधायक इस समय जयपुर के रिसॉर्ट में हैं। हालांकि, इससे पहले दिन में कांग्रेस महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे ने जयपुर में पार्टी विधायकों से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा था कि पार्टी विपक्ष में बैठेगी।