भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। नाम वापस के आखिरी दिन बुधवार को निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया।
त्रिवेदी ने विधान भवन पहुंचकर निर्वाचन का प्रमाण पत्र प्राप्त किया।विज्ञापनपूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन से राज्यसभा की एक सीट खाली हुई थी।
भाजपा ने सुधांशु त्रिवेदी को उम्मीदवार बनाया था। सपा, कांग्रेस और बसपा के किसी उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया था।
बुधवार को नाम वापसी का समय बीतने के बाद निर्वाचन अधिकारी ने एक मात्र उम्मीदवार सुधांशु त्रिवेदी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया।
त्रिवेदी ने शाम को विधान भवन पहुंचकर राज्यसभा सदस्य निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र ग्रहण किया। वह अप्रैल 2024 तक राज्यसभा सदस्य रहेंगे।
इस मौके पर विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल, अल्पसंख्यक मंत्री मोहसिन रजा मनीष दीक्षित सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
सपा को गंभीरता से नहीं लेती जनता : त्रिवेदी
सुधांशु त्रिवेदी ने विधान भवन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जनता अब समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को गंभीरता से नहीं लेती। झांसी में हुई घटना के सवाल पर कहा कि सपा शासन के समय अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था। अपराध और अपराधियों का राजनीतिकरण किया जाता था।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की उम्र पूरी हो चुकी है। कांग्रेस पहले सोनिया गांधी को स्थापित करने में जुटी रही, फिर राहुल गांधी को स्थापित करने की कोशिश की।
दोनों फेल हो गए तो अब प्रियंका वाड्रा को स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका के यूपी में आने से कोई असर नहीं पड़ेगा।