- राज्य प्रशासन ने 2 अगस्त को आतंकी हमले के खतरे का हवाला देते हुए
- अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को घाटी से जाने को कहा था,
- राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सलाहकारों
- और मुख्य सचिव के साथ सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की,
श्रीनगर.10अक्टूबर से पर्यटक फिर कश्मीर जा सकेंगे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को 2 महीने पुरानी वह एडवाइजरी वापस लेने के निर्देश दिए, जिसमें पर्यटकों को कश्मीर छोड़ने को कहा गया था।
राज्य प्रशासन ने 2 अगस्त को आतंकी हमले के खतरे का हवाला देते हुए अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को घाटी से जाने को कहा था।
सत्यपाल मलिक ने सलाहकारों और मुख्य सचिव के साथ राज्य की स्थिति और सुरक्षा समीक्षा बैठक भी की। बैठक में योजना-आवास और शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिवों ने भी भाग लिया। यहां उन्हें खंड विकास परिषद (बीडीसी) चुनावों के बारे में जानकारी दी गई।
‘होटल मालिकों को बैंक ब्याज में राहत देने का प्रयास’
28 सितंबर को दैनिक भास्कर ने राज्यपाल से पूछा था कि जम्मू कश्मीर में पर्यटक आना चाहते हैं, लेकिन अभी कोई नहीं दिख रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्या प्रयास करेंगे? इसके जवाब में मलिक ने कहा था, ‘‘अभी मेरे पास कई होटल मालिक आए कि हमारे होटल बंद पड़े हैं।
बैंकों से कर्ज लेकर होटल बनाए थे। हमने बैंकों से बात कर ब्याज पर छूट देने के प्रयास किए हैं। हम अफसरों को बाहर के राज्यों में भेजकर लोगों को आमंत्रित करेंगे। जम्मू में सर्वाधिक संभावनाएं हैं। वहां होटल और रिजॉर्ट खोलने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं।
हम पर्यटकों के लिए महाराजा की मंडी पर्यटन स्थल पर साठ करोड़ रुपए खर्च करेंगे।’’
‘यहां के लोग पर्यटकों के प्रति बेहद संवेदनशील’
राज्यपाल ने कहा था, ‘‘यहां के लोग पर्यटकों के प्रति बेहद संवेदनशील हैं। पहलगाम की एक घटना है। रीवर राफ्टिंग के दौरान पांच पर्यटक डूबने लगे। इस दौरान उनके साथ यहां का एक स्थानीय नागरिक भी था।
उसने पांचों पर्यटकों को डूबने से बचाया, लेकिन दुर्भाग्यवश वह खुद डूब गया। उसके परिजनों को इस बहादुरी और संवेदनशीलता के लिए 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा। राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भी उसका नाम भेजा जाएगा।’’