मदरसा जामिया तैयबा मैं एक इस्लाही व तरबियती प्रोग्राम का आयोजन किया गया,
प्रोग्राम का आगाज तिलावते कलाम पाक से किया गया,
उसके बाद आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में नजराना ऐ अकीदत पेश किया गया, साथ ही प्रोग्राम का संचालन डायरेक्टर कारी इसहाक़ साहब ने किया,
यह प्रोग्राम खासतौर से आठवीं और दसवीं राजस्थान बोर्ड के बच्चों को मोटिवेट करने और शिक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए किया गया,
वही जामिया तैयबा मेमोरियल स्कूल के डायरेक्टर कारी इसहाक़ साहब ने तमाम मेहमानों का फूल मालाओं के साथ इस्तकबाल किया,
प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के तौर पर जनाब आरिफ आजाद साहब माइनॉरिटी शिक्षण संस्थान के जनरल सेक्रेटरी ने शिरकत की उन्होंने अपने बयान में बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ तरबियत पर भी खुसूसी तवज्जो दिलाई,
और उन्होंने कहा है कि शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है इसी से समाज के अंदर सुधार लाया जा सकता है,
शिक्षा के बगैर समाज में सुधार कर पाना नामुमकिन है,
इसलिए हमारे बच्चों को पढ़ाई के साथ साथ बुरी चीजों से भी बचना चाहिए खासतौर से मल्टीमीडिया मोबाइल और गेम्स वगैरह से भी बचने के लिए खुसूसी हिदायत दी,
वही मुख्य अतिथि रफीक गार्नेट साहब ने भी बच्चों को शिक्षा की तरफ मोटिवेट किया अौर लगन और मेहनत के साथ शिक्षा हासिल करने का आहन दिलाया,
शोएब खान साहब रिटायर एयरफोर्स ने बच्चों की नब्ज को टटोला और उनको सही तरीके से शिक्षा हासिल करने और समाज में अलग पहचान बनाने के लिए बच्चों को अफजल बनने पर जोर दिया, उन्होंने कहा है कि पहले दीनी तालीम हासिल करें,और दुनियावी तालीम भी हासिल करें क्योंकि आप लोग हमारा कल का भविष्य हो, इसलिए आपकी हर मुमकिन मदद करना और आप को तैयार करना हम सबकी जिम्मेदारी है,
उन्होंने इस्लाही तौर पर बच्चों को रोजा नमाज और मां-बाप की खिदमत करने का वादा भी दिलाया, उन्होंने कहा कि जिस जिस फील्ड में भी रहे अपना अलग मुकाम और अपनी अलग पहचान बनाएं साथ ही बच्चों को सेहत के प्रति भी जागरूक किया,
वहीं नजमुल हसन साहब अल्पसंख्यक मामलात अधिकारी ने भी बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया,और बच्चों को हर मुमकिन मदद का आश्वासन दिलाया,
प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के तौर पर जनाब आरिफ आजाद साहब माइनॉरिटी शिक्षण संस्थान,
जनाब रफीक गार्नेट साहब,
हाजी अब्दुल हमीद साहब,
मुफ्ती अताउल्लाह साहब, रिटायर एयर फोर्स जनाब शोएब खान साहब,
हाफिज अब्दुल खालिक साहब सहित मदरसे के पूरा स्टाफ और तलबा मौजूद रहे, आखिर मैं स्कूल के डायरेक्टर कारी इसहाक साहब ने तमाम मेहमानों का शुक्रिया अदा किया,