जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ चुनाव के लिए छात्र संगठनों ने अपने पैनलों की घोषणा कर दी है। सेंट्रल पैनल के लिए इस साल कुल 14 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इनमें अध्यक्ष पद के लिए 6, उपाध्यक्ष के 3, महासचिव के 3 और संयुक्त सचिव पद के लिए 2 उम्मीदवार चुनावी रण में किस्मत अजमाएंगे। बुधवार को नाम वापसी के बाद चुनाव समिति ने उम्मीदवारों की फाइनल सूची जारी कर दी। इसके अलावा स्कूल काउंसलरों की 43 सीटों के लिए 101 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं।
सूची जारी होते ही एनएसयूआई, एबीवीपी व वामपंथी छात्र संगठनों ने चुनाव के लिए पैनलों की घोषणा कर दी है। सेंट्रल पैनल के सभी चार पदों पर सिर्फ वामपंथी व एबीवीपी ने अपने उम्मीदवारों को उतारा है, जबकि हाल में ही छात्र राजनीति में प्रवेश करने वाले छात्र संगठन राजद ने तीन पदों पर व बसपा और एनएसयूआई ने सिर्फ अध्यक्ष पद के लिए अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई को तीन पदों पर काबिल उम्मीदवार ही नहीं मिले। इसलिए केवल अध्यक्ष पद के लिए प्रशांत कुमार को चुनावी रण में उतारा गया है। एबीवीपी ने अपने पैनल में अध्यक्ष पद पर मनीष जांगिड़, उपाध्यक्ष पद पर श्रुति अग्निहोत्री, महासचिव पद पर सबरीश पी.ए और संयुक्त सचिव पद के लिए सुमंत साहू किस्मत अजमा रहे हैं।
सभी वामपंथी संगठन एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में आइसा, एआईएसएफए, एसएफआई, डीएसए ने संयुक्त रूप से अध्यक्ष पद के लिए आइशी घोष, उपाध्यक्ष के लिए साकेत मून, महासचिव के लिए सतीश चंद्र यादव व संयुक्त सचिव पद के लिए मोहम्मद दानिश को उम्मीदवार बनाया है। बसपा ने अध्यक्ष पद पर जितेंद्र सूना और राजद ने प्रियंका भारती को अपना उम्मीदवार बनाया है।
विवि के संस्कृत संस्थान में शोधार्थी राघवेंद्र मिश्रा अध्यक्ष पद के लिए निर्दलीय मैदान में उतरे हैं। राजद ने उपाध्यक्ष के लिए ऋषिराज यादव और महासचिव के लिए वसीम आरएस को प्रत्याशी बनाया है। प्रत्याशियों की घोषणा होने के बाद अब 29, 30 अगस्त व 2 सितंबर को स्कूल जीबीएमएस होगी। 3 सितंबर को यूनिवर्सिटी जनरल बॉडी मीटिंग होगी और 4 सितंबर को प्रेसिडेंशियल डिबेट व 6 को मतदान होगा। 6 सितंबर से ही मतगणना शुरू होगी और 8 सितंबर को नतीजे घोषित होंगे।