उत्तराखंड में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, बढ़ती बीमारियों को लेकर हॉस्पिटल में नहीं है पैर रखने की जगह, सरकार इस मामले पर अब नजर आ रही है संवेदनशील, चिकित्सा अधिकारी भी हुए अलर्ट, कई हॉस्पिटलों में भीड़ को देखकर अतिरिक्त बेड भी लगाएं!
देहरादून में डेंगू के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। सोमवार को 21 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब जिले में इनकी संख्या 562 पहुंच गई हैं। लोगों में डेंगू का दहशत इस कदर है कि सामान्य बुखार में भी वह अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। इससे अस्पतालों में भीड़ जुटने से पांव रखने तक की जगह नहीं मिल रही है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके गुप्ता ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को डेंगू की रोकथाम और उपचार आदि के बारे में जागरूक कर रही है। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम को फॉगिंग करने के लिए भी बताया जा रहा है।
दून अस्पताल में 15 बेड और लगाए
डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने पर दून अस्पताल में सोमवार को 15 बेड और बढ़ा दिए हैं। एक खाली कमरे में यह बेड लगाए गए हैं। इस बंद कमरे की साफ सफाई कर इसमें अतिरिक्त पंखें लगाए गए हैं। इस तरह से अब दून अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 55 बेड हो चुके हैं।
निजी संस्थानों से बुलाए प्रशिक्षु
शासन के निर्देश पर दून अस्पताल डेंगू पीड़ितों के लिए बेड तो बढ़ा रहा है, लेकिन पैरोमेडिकल और अन्य स्टाफ की दिक्कत दूर नहीं हो रही है। दून अस्पताल से चंदरनगर स्थित सरकारी नर्सिंग कॉलेज में बीएससी और एमएससी नर्सिंग कोर्स करने गई छह स्टाफ नर्स को फिलहाल वापस बुला लिया है।
इसके अलावा बालावाला, कुआंवाला आदि निजी संस्थानों से भी अनुरोध कर वहां के टेक्निशियन और नर्सिंग आदि के प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं को डयूटी के लिए दून अस्पताल बुलाया जा रहा है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने बताया कि दो महीने के लिए 10 स्टाफ नर्स और 10 वार्ड ब्वॉय रखने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।