देहरादून में नेहरू कालोनी निवासी एक छात्रा की डेंगू बुखार से मौत हो गई है। वह क्लेमेंटटाउन स्थित एक निजी विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन कर रही थी। कुछ दिन पहले ही उसने विवि में दाखिला लिया था। छात्रा की मौत से जहां परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं कालोनी में मातम पसरा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप की स्थिति है।
मूल रूप से टिहरी गढ़वाल की रहने वाली 19 वर्षीय एक छात्रा को करीब 15 दिन पहले बुखार हुआ था। विवि में अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसे नेहरू कालोनी स्थित घर पहुंचाया गया। आनन-फानन में परिजन उसे श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल लेकर पहुंचे। जरूरी उपचार के बाद स्थिति सामान्य होने पर परिजन उसे घर ले आए। लेकिन, घर आकर उसकी तबीयत फिर बिगड़ गई।
उसके बाद परिजन उसे हरिद्वार रोड स्थित कैलाश अस्पताल लेकर पहुंचे। जांच डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर दिया। जांच में पता चला कि डेंगू से उसके मल्टी ऑर्गन फेल हो गए हैं। साथ ही प्लेटलेट्स भी गिर गई हैं। किडनी में दिक्कत के कारण छात्रा का डायलेसिस कर प्लेटलेट्स चढ़ाई गई। करीब चार दिन तक हालत में सुधार नहीं होने पर परिजन उसे एम्स (ऋषिकेश) लेकर पहुंचे।
एम्स में वेंटिलेटर उपलब्ध न होने पर छात्रा को हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट ले जाया गया। वहां भी डॉक्टरों ने छात्रा की हालत चिंताजनक बताते हुए उसे वेंटिलेटर पर रखा। करीब 15 दिन तक जिदंगी-मौत से जंग लड़ते सोमवार को छात्रा की मौत हो गई। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी सुभाष जोशी ने छात्रा में डेंगू की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि विभाग ने छात्रा की कई दिन पहले एलाइजा जांच कराई थी। छात्रा की बहन को भी इससे पहले डेंगू हुआ था।
कुछ दिन पहले किया था सर्वे
नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में डेंगू बुखार फैलने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने सर्वे किया था। विभाग ने तब कालोनी में टंकियों में कई दिन से जमा पानी खाली कराकर लार्वा नष्ट कराया था। साथ ही नगर निगम की टीम ने फॉगिंग भी की थी।
निजी अस्पतालों में भी डेंगू से पीड़ित कई मरीज भर्ती
देहरादून जिले में डेंगू पीड़ित मरीजों की संख्या 661 पहुंच गई है। देहरादून से बाहर के जिलों को मिलाकर आंकड़ा 687 हो गया है। यह स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया सरकारी आंकड़ा है। जबकि विभिन्न निजी अस्पतालों में भी डेंगू से पीड़ित कई मरीज भर्ती बताए जा रहे हैं। जो इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दे रहे हैं। जबकि, सीएमओ इस संबंध में पहले ही ऐसे अस्पतालों को नोटिस भेजकर कार्रवाई करने की बात कह चुके हैं।
सोमवार को दून, कोरोनेशन और गांधी शताब्दी अस्पताल से आई एलाइजा जांच की रिपोर्ट में 19 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण अधिकारी की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक, इसमें आठ पुरुष और 11 महिला मरीज हैं। ये सभी मरीज देहरादून के रहने वाले हैं। जिनमें अधिकतर मरीज रायपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों से हैं। बताया जा रहा है कि शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी सेंटर में डेंगू मरीजों की जांच की जा रही है।
इनमें डेंगू की पुष्टि की समुचित रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को नहीं भेजी जा रही है। इस बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके गुप्ता का कहना है कि कई अस्पताल अब नियमित रिपोर्ट भेज रहे हैं। जो अस्पताल या पैथोलाजी सेंटर इसकी जानकारी नहीं देंगे, उनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
चल रहा जागरूकता अभियान
डेंगू के प्रकोप के बीच स्वास्थ्य विभाग भी जागरूकता अभियान चलाए हुए हैं। इसके बावजूद कई लोग डेंगू मच्छर के पनपने की वजहों को लेकर संजीदा नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे डेंगू मच्छर पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। वहीं, कई लोगों की शिकायत है कि स्वास्थ्य विभाग भी डेंगू बुखार के विकराल होने पर ही हरकत में आया है। नगर निगम की ओर से भी समुूचित फॉगिंग नहीं की जा रही है।