- नागरिकता कानून के विरोध में अलीगढ़ के साथ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और बंगाल के जाधवपुर यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन
- अलीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने परीक्षा स्थगित कर 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित की, आज शहर में रात 10 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा
- उग्र विरोध के चलते उत्तर प्रदेश के मेरठ, बुलंदशहर, कासगंज, बागपथ, सहारनपुर और बरेली में धारा 144 लगा दी गई
- दिल्ली में सोमवार को ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और मदनपुर खादर इलाके के सभी स्कूल बंद रहेंगे
नई दिल्ली. नागरिकता कानून के विरोध में रविवार को दिल्ली कीजामिया यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन हुए। इसके अलावाअलीगढ़, पटना, मेरठ, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय और बंगाल कीजाधवपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों ने भी हिंसक प्रदर्शन किया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रों की पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें 60 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। आज अलीगढ़ शहर में रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। एएमयूने परीक्षा स्थगित करते हुए 5 जनवरी तक छुट्टी घोषित कर दी है। उग्र विरोध के चलते मेरठ, बुलंदशहर, कासगंज, बागपथ, सहारनपुर और बरेली में धारा 144 लगा दी गई।
आगरा जोन के एडीजी अजय आनंद ने कहा कि अलीगढ़ में स्थिति नियंत्रण में है। शहर में हर तरफ पुलिसकर्मी तैनात हैं। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हम हर जरूरी कदम उठाएंगे। एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया कि छात्रों से रविवारदेर रात हॉस्टल खाली कराए गए। उन्हेंबस और ट्रेन से घर भेजने केइंतजाम किए गए।
दक्षिणी दिल्ली के स्कूल सोमवार को बंद रहेंगे
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं, दिल्ली में हिंसा के बाद राज्य के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को ओखला, जामिया, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी और मदनपुर खादर इलाके के सभी स्कूल बंद रखने की घोषणा की।हिंसा के बाद दिल्ली में 14 मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े, जो सोमवार सुबह फिर शुरू कर दिए गए।
हिरासत में लिए गए जामिया के छात्रों को पुलिस ने छोड़ा
जामिया विश्वविद्यालय के पास उपद्रवी भीड़ ने रविवार को 8 वाहन फूंक दिए और पथराव किया। पुलिस नेयूनिवर्सिटी में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।छात्र संघ का दावा है कि 100 छात्र घायल हुए और एक की जान भी गई है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई। पुलिस ने विश्वविद्यालय में घुसकर छात्रों को हिरासत में लिया। इसके विरोध में छात्रों ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचकर घेराव किया। छात्रों के विरोध के देखते हुए दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिए गए सभी छात्रों को रिहा कर दिया है।
‘जामिया के छात्रों ने नहीं, पड़ोस की कॉलोनी के लोगों ने प्रदर्शन किया’
यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर ने कहा कि बंद का आह्वान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने नहीं, बल्कि पड़ोस की एक कॉलोनी के लोगों ने किया था। उन्होंने कहा कि पुलिस जब यूनिवर्सिटी का गेट तोड़कर अंदर घुसी थी, उसके बाद छात्रों की उसके साथ झड़प हुई थी।