राग दरबारी” मशहूर उपन्यासकार श्रीलाल शुक्ल की कालजयी रचना है। उपन्यास में एक ट्रक का विवरण है। इस ट्रक को चलाने के लिए गियर में अपनी जांघ फंसानी पड़ती थी। ऐसा नहीं करने पर गियर अपनी जगह से हट जाता था। शुक्रवार को यूपी रोडवेज की एक ऐसी ही बस का वीडियो वायरल हुआ, जिसने ”राग दरबारी” के ट्रक की यादें ताजी कर दीं। बस के गियर को रस्सी से बांधकर पैसेंजर को थमा दिया गया। जो उसे न्यूट्रल होने से रोकने के लिए पूरी ताकत से रोकता है। वीडियो वायरल होने पर रोडवेज प्रशासन ने मामले की जांच के निर्देश दिए।
दरअसल, उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों की खस्ताहालत जगजाहिर है। आए दिन एसी व लग्जरी बसों से लेकर साधारण बसें तक हादसे की शिकार हो रही हैं, जिससे पैसेंजरों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। शुक्रवार को भी एक ऐसा ही वीडियो सामने आया, जिसके बाद रोडवेज अफसरों के फाख्ते उड़ गए।
ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसे उन्नाव बीघापुर रूट का बताया गया। सरकारी बस में गियर को डालने के बाद उसे रस्सी से बांध दिया गया और पीछे बैठे पैसेंजर को रस्सी पकड़ा दी गई। वीडियो में बस चल रही है और पैसेंजर रस्सी को ताकत से पकड़े हुए है।
वीडियो वायरल होने पर रोडवेज प्रशासन ने घटना का संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिए हैं। दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई होगी। हालांकि, अफसरों का यह कहना है कि बस किस डिपो की है, बस नंबर क्या है, वीडियो नया है या पुराना, ऐसी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। लिहाजा इस मामले की पड़ताल के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। रोडवेज बसों में गियर खराब होने या फंसने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व गत मार्च में लालगंज से लखनऊ आ रही बस संख्या यूपी 72 टी 4621 का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें बस को टॉप गियर में डालने के लिए ड्राइवर को खड़ा होना पड़ता है।
…जब ड्राइवर ने बोतल से बांधकर चलाया वाइपर
रोडवेज बसों के ऐसे किस्सों की कमी नहीं है। गत वर्ष नौ अक्टूबर को सोहराबगेट डिपो की मेरठ से मुरादाबाद जाने वाली बस संख्या यूपी 15 बीटी 2162 का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें ड्राइवर ने वाइपर खराब होने पर उसमें पानी की बोतल लटका दी और उसका एक सिरा पकड़कर बस के साथ वाइपर चलाया।
सीएनजी बस को रंगवाकर बना दिया था इलेक्ट्रिक
रोडवेज ही नहीं, सिटी बसों में भी ऐसे मामले सामने आते रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिटी बस ट्रांसपोर्ट प्रबंधन को लखनऊ से नैमिषारण्य रूट पर इलेक्ट्रिक बस चलाने को कहा। मामला गत वर्ष का है। कुछ दिन बस चली, पर चार्जिंग प्वॉइंट नहीं होने बंद हो गई। इसके बाद अफसरों ने सीएनजी बस को रंगवाकर इलेक्ट्रिक बना दिया। वीडियो व फोटो वायरल होने पर अफसरों की फजीहत हुई।