पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं सुषमा स्वराज (67) का मंगलवार शाम को दिल का दौरा पड़ने निधन हो गया। रात 9:35 बजे अचेतावस्था में एम्स लाया गया था। रात 10:50 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी पार्थिव देह अंतिम दर्शन के लिए रखी गई है जिसके दर्शन के लिए तमाम दलों के नेता पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच उनका पार्थिव शरीर भाजपा मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद लोधी रोड शवदाह गृह में अंतिम संस्कार होगा।
सुषमा स्वराज के अंतिम दर्शन के लिए पीएम मोदी समेत भाजपा व अन्य दलों के नेता पहुंच रहे हैं। यही नहीं बहुत कम जगहों पर जाने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती सुषमा स्वराज के अंतिम दर्शन के लिए भी पहुंची।
बतौर विदेश मंत्री सोशल मीडिया पर शिकायतों के निपटारे के लिए लोकप्रिय रहीं सुषमा आखिरी दिन भी ट्वीटर पर सक्रिय थीं। निधन से करीब तीन घंटे पहले अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर संसद की मुहर लगते ही उन्होंने आखिरी ट्वीट किया था। शाम 7:23 बजे के ट्वीट में लिखा ‘प्रधानमंत्री जी, आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं जीवनभर इस दिन को देखने की प्रतिक्षा कर रही थी। सुषमा की तबीयत खराब होने की सूचना मिलते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन, परिवाहन मंत्री नितिन गडकरी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत भाजपा के कई नेता अस्पताल पहुंच गए। बाद में जब सुषमा की मौत की खबर मिली तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां पहुंच गए। देर रात तक एम्स इमरजेंसी के बाहर लोगों की भारी भीड़ जुटी हुई थी।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दिल्ली में उनके निवास पर श्रद्धांजलि दी। मायावती ने कहा कि सुषमा स्वराज जी का निधन व्यक्तिगत रूप से मुझे दुःख देता है। वह एक सक्षम नेता, प्रशासक और एक अच्छी वक्ता थीं। विपक्षी सदस्यों के साथ भी उनका व्यक्तित्व बहुत ही मिलनसार था।