डेढ़ करोड़ लोगों की जिंदगी हर साल छीन रहा स्ट्रोक, ऐसे रहें सुरक्षित

स्ट्रोक यानी लकवा एक गंभीर बीमारी है, जिसका शिकार कोई भी, कहीं भी हो सकता है. दुनियाभर में सबसे ज्यादा लोग स्ट्रोक के कारण ही विकलांग होते हैं, जबकि हर साल लाखों लोगों की जान जाती है. इसका समय पर इलाज न होने पर शारीरिक और मानसिक दुष्परिणाम होते हैं. हालांकि इस बीमारी की सही पहचान कर इलाज किया जाए तो रोगियों को ठीक भी किया जा सकता है.
वर्ल्ड स्ट्रोक कैंपेन की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल करीब डेढ़ करोड़ लोग लकवे के शिकार होते हैं. इनमें से करीब 55 लाख लोगों की मौत इसी गंभीर बीमारी की वजह से होती है. दुनियाभर में अब तक करीब 8 करोड़ लोगों में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी है. इस बीमारी का असर न सिर्फ लोगों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, बल्कि इससे उनकी संचार शक्ति भी कमजोर पड़ती है.
क्या है स्ट्रोक?-
कोई भी इंसान स्ट्रोक का शिकार हो सकता है. चिकित्सकों की मानें तो ये दिमाग की कोशिकाओं के बीच सही से ब्लड सर्कुलेशन न होने की परिस्थिति में होता है. जब इन कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण मिलना बंद हो जाता है तब इंसान स्ट्रोक का शिकार होता है.
स्ट्रोक के लक्षण-
स्ट्रोक की अवस्था में इंसान का मुंह तिरछा होना, हाथ-पैर या शरीर के किसी हिस्से का बेजान हो जाना, जुबान लड़खड़ाना या ठीक से न बोल पाने जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. इस परिस्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज कराना चाहिए.
क्या है स्ट्रोक से बचने के तरीके-
1. अपना ब्लड प्रेशर (बीपी) कंट्रोल रखें और इसकी नियमित रूप से जांच करवाएं
2. धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन करने से बचें और अपनी सेहत का ख्याल रखें
3. कॉलेस्ट्रॉल युक्त खाने से बचें. इससे स्ट्रोक की संभावनाएं ज्यादा हो सकती हैं.
4. रोजाना सैर करें और सप्ताह में 5 दिन करीब 30 मिनट वर्कआउट जरूर करें.
5. फल और हरी सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें.